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Canada Election 2025: अमेरिकी धमकियों और ट्रेड वॉर के बीच मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी को कनाडा में मिली जीत

कार्नी ने संघीय चुनाव में लिबरल पार्टी की जीत के बाद अपने संबोधन में अमेरिका की धमकियों के सामने एकजुटता के महत्त्व पर जोर दिया।

Last Updated- April 29, 2025 | 11:04 PM IST
Mark Carney
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने देश के संघीय चुनाव में जीत हासिल की। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की कनाडा के अमेरिका में विलय की धमकियों और व्यापार युद्ध ने लिबरल पार्टी की इस जीत में अहम भूमिका निभाई। ‘कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ के अनुसार कार्नी के प्रतिद्वंद्वी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलिवरे अपनी सीट हार गए। 

सोमवार को हुए चुनाव में ओटावा जिले का प्रतिनिधित्व करने वाली सीट पर हार से पोलिवरे का भविष्य दांव पर लग गया। पोलिवरे को कुछ महीने पहले कनाडा के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जा रहा था। माना जा रहा था कि वह एक दशक में पहली बार कंजर्वेटिव पार्टी को सत्ता तक पहुंचा देंगे। वरिष्ठ नेता पोलिवरे ने ट्रंप के ‘अमेरिका फर्स्ट’ नारे से प्रेरणा लेते हुए ‘कनाडा फर्स्ट’ का नारा दिया। लेकिन, ट्रंप की नीतियों से उनकी समानताओं ने अंततः उन्हें और उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाया। 

शुरुआती रुझानों के आधार पर अनुमान जताया गया कि लिबरल पार्टी संसद की 343 सीट में से कंजर्वेटिव पार्टी से ज्यादा सीट जीतेगी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि लिबरल पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा या नहीं। बहुमत के लिए 172 सीटें चाहिए। बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में लिबरल पार्टी को विधेयक पारित कराने और सत्ता में बने रहने के लिए छोटे दलों के साथ की जरूरत होगी। मतगणना के अंतिम रुझान के अनुसार लिबरल पार्टी 168 सीट पर बढ़त बनाए हुए है या जीत चुकी है। 

कार्नी ने संघीय चुनाव में लिबरल पार्टी की जीत के बाद अपने संबोधन में अमेरिका की धमकियों के सामने एकजुटता के महत्त्व पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से कनाडा और अमेरिका ने जो पारस्परिक रूप से लाभकारी प्रणाली साझा की थी, वह समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा, ‘हम अमेरिकी विश्वासघात के सदमे से उबर चुके हैं, लेकिन हमें उससे मिले सबक कभी नहीं भूलने चाहिए।’

कार्नी ने कहा, ‘जैसा कि मैं महीनों से आगाह कर रहा हूं कि अमेरिका हमारी जमीन, हमारे संसाधन, हमारा पानी, हमारा देश चाहता है।’ उन्होंने कहा, ‘ये बेकार की धमकियां नहीं हैं। राष्ट्रपति ट्रंप हमें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि अमेरिका हम पर कब्जा कर सके। ऐसा कभी नहीं होगा, कभी नहीं होगा। लेकिन हमें इस वास्तविकता को भी पहचानना होगा कि हमारी दुनिया मूल रूप से बदल गई है।’

पोलिवरे को उम्मीद थी कि चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के लिए जनादेश होगा, जिनकी लोकप्रियता उनके कार्यकाल के अंतिम दिनों में खाद्य पदार्थों और आवास की कीमतों में वृद्धि के कारण कम हो गई थी। लेकिन ट्रंप ने निरंतर निशाना बनाया, जिसके बाद ट्रूडो ने इस्तीफा दे दिया और दो बार केंद्रीय बैंकर रहे कार्नी लिबरल पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री बन गए।

साझेदारी मजबूत करने को उत्सुक हूं : मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के संघीय चुनाव में वहां के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि वह द्विपक्षीय संबंधों के मजबूत होने तथा दोनों देशों के लोगों के लिए व्यापक अवसर सृजित होने की उम्मीद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बधाई संदेश में कहा कि भारत और कनाडा साझा लोकतांत्रिक मूल्य, कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता और दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संबंध रखते हैं।

मोदी ने एक्स पर कहा, ‘कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने और लिबरल पार्टी की जीत पर आपको बधाई मार्क जे. कार्नी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करने और हमारे लोगों के लिए अधिक से अधिक अवसर सृजित करने के लिए आपके साथ काम करने को उत्सुक हूं।’प्रधानमंत्री पद से जस्टिन ट्रूडो के हटने के बाद, कार्नी ने इस शीर्ष पद का प्रभार संभाला था। भारत और कनाडा के बीच संबंध सितंबर 2023 में ट्रूडो के इन आरोपों के बाद काफी तनावपूर्ण हो गए थे कि कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता है। 

First Published - April 29, 2025 | 10:40 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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