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UN समेत कई देशों ने की इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा, जो बाइडन ने बुलाई बैठक

ईरान के ‘इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स’ (IRGC) ने कहा कि हमला ‘‘खास ठिकानों’’ को निशाना बनाकर किया गया था।

Last Updated- April 14, 2024 | 1:10 PM IST
Israel-Iran

अमेरिका, कनाडा, संयुक्त राष्ट्र, जर्मनी आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हवाई हमले की निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यहूदी राष्ट्र इजराइल के प्रति अमेरिका की ‘दृढ़ प्रतिबद्धता’ दोहरायी और हालात पर विचार विमर्श तथा आगे की कार्रवाई के लिए जी-7 देशों के नेताओं की एक बैठक बुलाने की बात कही।

इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार देर रात ईरान ने हमला किया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।

बाइडन ने कहा, ‘‘हमने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल को मार गिराने में इजराइल की मदद की।’’ बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से शनिवार को फोन पर बात की।

उन्होंने कहा, ‘‘ईरान तथा यमन, सीरिया एवं इराक के उसके हमदर्दों ने आज इजराइल में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए अप्रत्याशित हमला किया। मैं इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।’’

ईरान के ‘इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स’ (IRGC) ने कहा कि हमला ‘‘खास ठिकानों’’ को निशाना बनाकर किया गया था। सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में एक शीर्ष कमांडर सहित आईआरजीसी के सात अधिकारियों के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण लिया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

नेतन्याहू ने ईरानी हमले के बाद कैबिनेट की बैठक बुलाई और बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन से बात की। नेतन्याहू ने कहा कि बाइडन ने ‘‘इजराइल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता’’ दोहराई है।

बाइडन ने कहा कि इजराइल की मदद करने के उनके निर्देश पर अमेरिकी सेना ने पिछले सप्ताह क्षेत्र में विमान और बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक भेजे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी टीम पूरे क्षेत्र में अपने समकक्षों के साथ बातचीत करेगी और हम इजराइल के नेता के साथ संपर्क में रहेंगे। हालांकि हमने आज अपनी सेनाओं या प्रतिष्ठानों पर हमले नहीं देखे हैं, लेकिन हम सभी खतरों के प्रति सतर्क रहेंगे और हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।’’

विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इजराइल पर ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हमले की निंदा की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आग्रह करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में विनाशकारी हमले से जुड़े वास्तविक खतरे को लेकर मैं बेहद चिंतित हूं। मैं सभी पक्षों से किसी भी ऐसी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूं जो पश्चिम एशिया में कई मोर्चों पर बड़े सैन्य टकराव का कारण बन सकता है।’’ संयुक्त राष्ट्र महासभा के डेनिस फ्रांसिस ने पश्चिम एशिया में हालत पर गहरी चिंता व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘ईरान ने दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हाल के हमले के बाद इजराइल पर हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के संदर्भ में अपनी कार्रवाई बताया है। ईरान के इस कदम ने पश्चिम एशिया में पहले से ही तनावपूर्ण और नाजुक शांति एवं सुरक्षा की स्थिति को और खराब कर दिया है।’’

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इजराइल के खिलाफ ईरान के हवाई हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इजराइल के साथ हैं। हमास के सात अक्टूबर के हमले का समर्थन करने के बाद ईरानी शासन का यह कदम इस क्षेत्र को और अस्थिर कर देगा।’’

इस बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिकी सेना क्षेत्र में अपने सैनिकों और भागीदारों की रक्षा करने, इजराइल की रक्षा के लिए और अधिक सहायता प्रदान करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिए तत्पर है।

ऑस्टिन ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखना और अमेरिकी सहयोगियों और साझेदारों के साथ परामर्श करना जारी रखेंगे। उन्होंने इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट से भी बात की और इजराइल की रक्षा के लिए अमेरिका का समर्थन दोहराया।

First Published - April 14, 2024 | 1:10 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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