भारत, म्यांमा के उन 276 सैनिकों को वापस भेजेगा जो पिछले हफ्ते जातीय उग्रवादी समूह के साथ मुठभेड़ के बाद भागकर मिजोरम चले आए थे। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इन सैनिकों की वापसी की यह प्रक्रिया दो दिन सोमवार और मंगलवार जारी रहेगी। मिजोरम भागकर आए म्यांमा के 600 से अधिक सैनिकों को उनके देश वापस भेजा जाएगा।
असम राइफल्स के अधिकारी ने बताया कि 276 कर्मियों को म्यांमा वायु सेना के विमानों के जरिये आइजोल के पास लेंगपुई हवाई अड्डे से पड़ोसी देश के राखिन प्रांत में सितवे तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये सैनिक 17 जनवरी को हथियारों और गोला-बारूद के साथ दक्षिणी मिजोरम के लांगतलाई जिले में भारत-म्यांमा-बांग्लादेश ट्राइजंक्शन पर स्थित बांडुकबंगा गांव में घुस गए और असम राइफल्स के पास पहुंचे।
अधिकारी ने बताया कि उन्हें पास के पर्व में असम राइफल्स शिविर में ले जाया गया और बाद में उनमें से अधिकांश को लुंगलेई में स्थानांतरित कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, तब से वे असम राइफल्स की निगरानी में हैं।
उन्होंने कहा कि इन 276 सैनिकों को लेंगपुई हवाई अड्डे से म्यांमा ले जाने के लिए शनिवार और रविवार को आइजोल लाया गया था। अधिकारियों ने कहा कि समूह का नेतृत्व एक कर्नल करता है और इसमें 36 अधिकारी और 240 निचले स्तर के कर्मी हैं।
अधिकारियों ने कहा कि नवंबर के बाद से म्यांमा के 635 सैनिक अपना देश छोड़कर मिजोरम में प्रवेश कर चुके हैं, क्योंकि उनके शिविरों पर जातीय सशस्त्र संगठनों और लोकतंत्र समर्थक बलों ने कब्जा कर लिया था।
उन्होंने बताया कि उनमें से 359 सैनिकों को पहले ही उनके देश वापस भेजा जा चुका है।