facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

यूरोपीय संघ के समक्ष भारत ने उठाया व्यापार बाधाओं का मुद्दा

भारत-ईयू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए परस्पर भरोसा बढ़ाने और रणनीतिक दिशानिर्देश की जरूरत पर चर्चा

Last Updated- December 20, 2024 | 10:38 PM IST
India-EU trade

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यूरोपीय संघ (ईयू) के नए ट्रेड कमिश्नर के साथ पहली वर्चुअल बैठक कर गैर शुल्क बाधाओं का मसला उठाया, जिसकी वजह से दोनों पक्षों के बीच कारोबार प्रभावित हो रहा है। वाणिज्य विभाग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि बैठक के दौरान गोयल ने लंबे समय से लंबित मामलों के समाधान की जरूरत पर भी जोर दिया, जिससे परस्पर भरोसा बढ़े।

बयान में कहा गया है, ‘यूरोपीय संघ के नए यूरोपियन कमीशन के कार्यभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली परिचयात्मक बैठक के दौरान भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ताओं, उच्च स्तरीय बातचीत, भारत-ईयू ट्रेड ऐंड टेक्नोलॉजी काउंसिल, अन्य उच्च स्तरीय संपर्कों और व्यापार व निवेश से जुड़े मसलों पर बातचीत हुई है।’

यूरोपीय संसद द्वारा जुलाई में प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन को दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया और भारत में प्रधानमंत्री मोदी को तीसरा कार्यकाल मिला है। इससे ‘निरंतरता और स्थिरता’ बनी रहेगी और दोनों पक्ष ‘बढ़ती अनिश्चितता और अशांति के बीच संबंधों को गहरा करने का प्रयास करेंगे।’

इसके अलावा बयान में आगे कहा गया है कि जून 2022 से अब तक 9 दौर की गंभीर बातचीत के बाद मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में रणनीतिक राजनीतिक दिशानिर्देश की जरूरत है, जिससे वाणिज्यिक रूप से महत्त्वपूर्ण और दोनों पक्षों के लिए लाभदायक समझौता हो सके। दोनों नेताओं ने एक दूसरे की संवेदनशीलता और चिंताओं को समझने के लिए द्विपक्षीय यात्राओं का भी फैसला किया है।

First Published - December 20, 2024 | 10:38 PM IST

संबंधित पोस्ट