ऑस्ट्रेलिया में 5 अहम खनिज के अन्वेषण की परियोजना (critical mineral exploration projects ) में भारत व ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त रूप से 30 लाख डॉलर का निवेश किया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार का सार्वजनिक उद्यम (PSU) ‘काबिल’ भारत सरकार की ओर से निवेश का नेतृत्व करेगा।
पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आया था, उसी समय इस सौदे को अंतिम रूप दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस साझेदारी की रूपरेखा पर अभी काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में अहम खनिज की आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) विकसित करने में निवेश किया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘महत्त्वपूर्ण खनिज अन्वेषण में यह विदेश में हमारा पहला बड़ा निवेश है। यह ऊर्जा सुरक्षा के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अहम खनिज मालिकाना की हमारी योजना का हिस्सा है।’ इस समय 5 परियोजनाएं अन्वेषण स्तर पर है और भारत सरकार निकट भविष्य में आपूर्ति पर ध्यान केंद्रित करेगी।
अधिकारी ने कहा, ‘काबिल (KABIL) निवेश व व्यापार के अवसरों को आगे बढ़ाएगा। इन 5 परियोजनाओं में से 3 लीथियम और 2 कोबाल्ट अन्वेषण (explorations) की परियोजनाएं हैं। काबिल ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों के साथ साझेदारी करेगी।’
सार्वजनिक क्षेत्र की 3 कंपनियों के संयुक्त उद्यम के रूप में खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड (काबिल) की घोषणा 2019 में की गई थी। इसमें नैशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (NALCO), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) और मिनरल एक्सप्लोरेशन कंपनी लिमिटेड (MECL) की काबिल में हिस्सेदारी का अनुपात 40:30:30 है।
2019 में सरकार के एक बयान में कहा गया था कि काबिल देश की रणनीतिक खनिज की वाणिज्यिक जरूरतों को पूरी करने के लिए विदेश में रणनीतिक खनिजों की पहचान, अधिग्रहण, अन्वेषण (एक्सप्लोरेशन), विकास, खनन और प्रसंस्करण (प्रोसेस) का काम करेगा।
बयान में कहा गया है, ‘कारोबार के अवसर बनाकर, उत्पादक देश के साथ G2G तालमेल करके या रणनीतिक अधिग्रहण करके या इन खनिज संपत्तियों के अन्वेषण और खनन में निवेश करके देश के लिए इन खनिजों या धातुओं का स्रोत बनाया जाएगा। नई कंपनी खनिज संपन्न अन्य देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका व दक्षिण अमेरिका के देशों के साथ साझेदारी बनाने में मदद करेगी।’
पिछले महीने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया के मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था और अहम खनिज इसके प्रमुख एजेंडे में एक था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत करते हुए ऑस्ट्रेलिया की संसाधन मंत्री और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया की मंत्री मैडलिन किंग ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच अहम खनिज निवेश साझेदारी के बाद कहा था कि दोनों सरकारें परियोजनाओं पर साथ साथ काम करने और निजी क्षेत्र को सहयोग करने पर विचार कर रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया के अलावा भारत अर्जेंटीना को भी साझेदार के रूप में देख रहा है, जिससे अहम खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला तैयार की जा सके। अधिकारियों ने कहा कि एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल जल्द ही अर्जेंटीना जाएगा और 3 समझौतों पर हुई प्रगति की स्थिति का जायजा लेगा।