चीन, रूस, भारत और 8 अरब और मुस्लिम बहुल देशों ने सोमवार को गाजा में युद्ध समाप्त करने और शांति बहाल करने की अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की योजना का स्वागत करते हुए कहा कि वे ट्रंप के प्रयासों का समर्थन करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस योजना को समर्थन दिया जा रहा है। ट्रंप ने गाजा में युद्ध समाप्त करने और अशांत क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए 20 सूत्री शांति योजना का प्रस्ताव दिया है।
फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने भी इस योजना का स्वागत करते हुए बंधकों की रिहाई, फिलिस्तीनी लोगों की सुरक्षा के लिए तंत्र की स्थापना, जमीनी कब्जे को रोकने, फलस्तीनियों के विस्थापन को रोकने और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाली ‘एकतरफा कार्रवाइयों’ को खत्म करने की बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह शांति योजना फिलिस्तीन और इजरायल के लोगों के साथ-साथ पूरे पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक शांति, सुरक्षा और विकास का एक व्यवहारिक रास्ता तैयार करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति की घोषणा के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने उम्मीद जताई कि सभी संबंधित पक्ष राष्ट्रपति ट्रंप की पहल के लिए एकजुट होंगे और संघर्ष खत्म करने तथा शांति बहाल करने के इस प्रयास का समर्थन करेंगे।
रूस के सत्ता प्रतिष्ठान क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि रूस हमेशा ट्रंप द्वारा किए गए ऐसे किसी भी प्रयास का समर्थन और स्वागत करता है जिसका उद्देश्य वर्तमान में घटित हो रही त्रासदी को रोकना है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन सभी संबंधित पक्षों से संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों को ईमानदारी से लागू करने, गाजा में तत्काल और व्यापक युद्धविराम लागू करने, सभी बंदियों को रिहा करने और स्थानीय मानवीय संकट को तत्काल कम करने की अपील करता है।
अरब और मुस्लिम बहुत देशों में जॉर्डन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्किये, सऊदी अरब और मिस्र के विदेश मंत्रियों ने शांति योजना का समर्थन किया है।
सोमवार को ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच वार्ता के बाद पेश की गई शांति योजना में गाजा में युद्ध को तत्काल समाप्त करने और हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को 72 घंटों के भीतर रिहा करने का प्रस्ताव है। योजना में कहा गया है कि युद्ध खत्म करने के बदले हमास को आत्मसमर्पण करके हथियार डालने होंगे। इसके अलावा योजना में फलस्तीनियों के लिए मानवीय मदद भेजने और गाजा के पुनर्निर्माण का वादा भी किया गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल-हमास युद्ध के दौरान 66 हजार फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
भारत में इजरायल के राजदूत रियूवेन अजार ने मंगलवार को कहा कि गाजा के लिए ट्रंप की शांति योजना, भारत जैसे देशों को इस क्षेत्र में पुनर्निर्माण गतिविधियां शुरू करने का विकल्प देगी क्योंकि भारत पश्चिम एशिया में शांति के लिए सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। राजदूत ने ट्रंप की 20-सूत्री शांति योजना पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया का स्वागत करते हुए कहा कि भारत इस क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकता है।