करीब पांच साल पहले दुनिया भर को झिंझोड़ देने वाले घातक वायरस कोविड-19 के मामले एशिया के कई हिस्सों में एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर जैसे वित्तीय केंद्रों में संक्रमण में तेज वृद्धि देखी गई है, जबकि चीन और थाईलैंड की स्वास्थ्य एजेंसियां भी वायरस के उभार से जूझ रही हैं। पहले के अपेक्षाकृत स्थिरता वाले दौर के बावजूद वायरस की लहर ऐसे मौसम में देखी जा रही है जब आमतौर पर सांस संबंधी वायरस कम हो जाते हैं।
हालांकि भारत में इस वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का कोई रुझान नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के आधिकारिक डैशबोर्ड के मुताबिक इस समय देश में कोविड-19 के केवल 93 सक्रिय मामले हैं। लेकिन इसके उलट हॉन्गकॉन्ग के स्वास्थ्य सुरक्षा केंद्र ने सार्वजनिक अलर्ट जारी किया है। केंद्र के संचारी रोग शाखा के प्रमुख अल्बर्ट एयू ने कहा है कि सांस संबंधी नमूनों की जांच में सकारात्मकता का प्रतिशत पिछले साल के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
बीते 3 मई को खत्म हुए सप्ताह में हॉन्गकॉन्ग में कोविड के 31 गंभीर मामले दर्ज किए गए। यह पिछले एक वर्ष के दौरान दर्ज की गई सबसे अधिक साप्ताहिक संख्या है। जांच के पॉजिटिव नतीजों में वृद्धि के अलावा स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीवेज के नमूनों में वायरल सांद्रता भी बढ़ गई है। अस्पतालों और क्लीनिकों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
हॉन्गकॉन्ग के मशहूर गायक ईसन चान कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं, जिसके कारण ताइवान में उनके संगीत कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। मनोरंजन जगत की जानी-मानी हस्ती के कोविड संक्रमण की चपेट में आने के कारण भी लोगों का ध्यान इस तरफ गया है।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 3 मई को खत्म सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जिसमें संक्रमण कि अनुमानित मामले बढ़कर 14,200 हो गए हैं। वायरस के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में भी लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि अधिकारियों ने वायरस के प्रसार का कारण लोगों में कम होती प्रतिरोधक क्षमता को बताया है। चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने भी बताया कि 4 मई तक के पांच हफ्तों में अस्पतालों में कोविड जांच के पॉजिटिव रहने की दर दोगुनी से अधिक हो गई है।