यूबीएस एजी बैंक के पूर्व अध्यक्ष लुकमैन आर्नोल्ड ने स्विट्जरलैंड के सबसे बड़े बैंक का कारोबार विभाजित करने का सुझाव दिया है।
बैंक ऋण प्रतिभूतियों के 38 बिलियन डॉलर की राशि बट्टे खाते में चले जाने से पिछले एक साल में बैंक का बाजार मूल्य आधे से अधिक घट गया।आर्नोल्ड की ओलिवेंट एडवाइजर्स लिमिटेड की ज्यूरिख के यूबीएस बैंक में 0.7 फीसदी हिस्सेदारी है।
उन्होंने बोर्ड सदस्य सर्जियो मर्खिओन को लिखे पत्र में कु छ प्रस्ताव रखे हैं और 23 अप्रैल को होने वाली वार्षिक बैठक से पहले मिलने की इच्छा जताई है। यूबीएस को पहली तिमाही में 11.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। बैंक ने कहा है कि उसके अध्यक्ष मार्केल ऑस्पेल को अपने पद से हाथ धोना पडेग़ा।
आर्नोल्ड ने प्रस्ताव रखा है कि बैंक को अपनी परिसंपत्ति प्रबंधन इकाई को बेचने पर विचार करना चाहिए जिससे पूंजी को बढ़ाया जा सके। उनका मानना है कि प्रस्तावित 15 अरब स्विस फ्रैंक उगाहने की योजना पर्याप्त नहीं है। आर्नोल्ड के इस प्रस्ताव के बाद से यूबीएस के कारोबार में 4.6 फीसदी का उछाल आ गया। उन्होंने कहा कि धन प्रबंधन और बैंकिंग व्यापार को निवेश बैंक से अलग करना चाहिए।
आर्नोल्ड का यह भी कहना है कि यूबीएस को पीटर कुरेर को बैंक का अध्यक्ष नहीं बनाया जाना चाहिए। कुरेर फिलहाल बैंक के मुख्य वकील हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे वक्त में जब ऑस्पेल के उत्तराधिकारी के रूप में एक बैंकिंग विशेषज्ञ की जरूरत है ,ऐसे में मर्खियोन को बोर्ड का मुखिया बना रहना चाहिए।
आर्नोल्ड ने अपने पत्र में लिखा है कि शेयरधारकों के नुकसान की वास्तविक भरपाई के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि यूबीएस को सक्षम और कुशल नेतृत्व की जरूरत है जो स्पष्ट और कामयाब कार्पोरेट रणनीति बना सके। ज्यूरिख में यूबीएस के शेयरों में 1.30 फ्रैंक का उछाल आया और यह 33.70 फ्रैंक के स्तर पर पहुंच गया। इससे इसका बाजार मूल्यांकन 70 अरब फ्रैंक हो गया।
यूबीएस में इस साल अभी तक 36 फीसदी की गिरावट आई है। इसके चलते यह 60 सदस्यों वाले ब्लूमबर्ग यूरोप बैंक्स एंड फाइनैंशियल सर्विसेज इंडेक्स में दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला बैंक बन गया है। स्विट्जरलैंड के दूसरे सबसे बड़े बैंक क्रेडिट स्विस में भी 17 फीसदी की गिरावट आई है। इसके बावजूद यह 2007 में यह लगभग एक दशक में पहली दफा यूबीएस से अधिक कमाई करने में सफल रहा।
वैसे जब यूबीएस की इकाइयों का अलग-अलग मूल्यांकन किया गया तब यूबीएस को 55 फ्रैंक प्रति शेयर का लाभ होता दिखाई पड़ रहा है। इस तरह बैंक आर्नोल्ड के पत्र को गंभीरता से ले रहा है। एक जानकार का मानना है कि उनके पुराने रुतबे और बैंक की आंतरिक जानकारी को देखते हुए इस पत्र का प्रभाव जरूर पड़ेगा।
वैसे यूबीएस का मानना है कि यदि उसने अपनी मुख्य तीन इकाइयों को अलग-अलग कर दिया तो बैंक को अतिरिक्त राजस्व से हाथ धोना पड़ेगा साथ ही लागत कीमत में भी इजाफा होगा। इस बाबत कंपनी का लक्ष्य प्रत्येक इकाई को अपने आप से फायदा कमाने वाली बनाना है। वह नहीं चाहती कि किसी भी इकाई को दूसरी इकाई से मदद की जरूरत पड़े।
यूबीएस का दर्द कुछ ऐसा है
पहली तिमाही में हुआ 11.9 अरब डॉलर का नुकसान
आर्नोल्ड के प्रस्ताव से यूबीएस के कारोबार में आया 46 फीसदी का उछाल
यूबीएस के शेयरों में इस साल हुई 36 फीसदी की गिरावट
एक दशक में पहली बार क्रेडिट स्विस बैंक निकला कमाई में आगे
बैंक के अध्यक्ष मार्केल ऑस्पेल को छोड़ना पड़ेगा पद
इकाइयों को अलग करने पर नहीं बन पा रही है सहमति