अमेरिका में रविवार को सरकारी नियामकों ने न्यूयॉर्क स्थित सिग्नेचर बैंक को बंद करा दिया। सिलिकन वैली बैंक (SVB) के बंद होने के दो दिन बाद अमेरिकी बैंकिंग इतिहास में यह तीसरी सबसे बड़ी विफलता है।
फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) ने सिग्नेचर का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। न्यूयॉर्क में वित्तीय सेवा विभाग के अनुसार, पिछले साल के अंत तक सिग्नेचर में 110.36 अरब डॉलर की परिसंपत्तियां और 88.59 अरब डॉलर की जमाएं थीं।
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग और अन्य बैंक नियामकों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि सिग्नेचर बैंक और SVB के सभी जमाकर्ताओं का ध्यान रखा जाएगा और करदाताओं को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
शुक्रवार को SVB को बंद कर दिया गया था। निवेशक अमेरिका में इस 16वें सबसे बड़े बैंक से ग्राहकों द्वारा तेज गति से की जा रही रकम निकासी से घबरा गए थे और उन्होंने शेयरों में बिकवाली शुरू कर दी। इस घटनाक्रम से पिछले सप्ताह अमेरिकी बैंकिंग शेयरों का बाजार मूल्य 100 अरब डॉलर से ज्यादा घट गया था।
FDIC ने रविवार को ‘ब्रिज’ सक्सेसर बैंक का गठन किया है जिससे कि ग्राहक जल्द से जल्द अपने पैसे तक पहुंच बनाने में सक्षम हो पाएं। FDIC ने कहा है कि सिग्नेचर बैंक के जमाकर्ता और कर्जदार स्वत: ही ब्रिज बैंक के ग्राहक बन जाएंगे।
नियामक ने फिफ्थ थर्ड बैनकॉर्प के पूर्व मुख्य कार्याधिकारी ग्रेग कर्माइशेल को इस ब्रिज बैंक का सीईओ बनाया है। अमेरिकी अधिकारियों ने रविवार को कहा कि सिलिकन वैली बैंक के ग्राहक सोमवार से अपने पैसे तक पहुंच बनाने में सफल रहेंगे।
सिग्नेचर एक वाणिज्यिक बैंक था और न्यूयॉर्क, कनेक्टीकट, कैलिफोर्निया, नेवाडा तथा नॉर्थ कैरोलिना में उसके निजी ग्राहक कार्यालय थे। सितंबर तक, उसकी करीब एक-चौथाई जमाएं क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र से आई थीं, लेकिन दिसंबर में इस बैंक ने घोषणा की थी कि वह अपनी क्रिप्टो-संबंधित जमाओं में 8 अरब डॉलर तक की कमी करेगा।