अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के बीच Amazon ने चीन, वियतनाम और थाईलैंड से आने वाले कई प्रोडक्ट्स के ऑर्डर रद्द कर दिए हैं। इनमें बीच चेयर, स्कूटर और एयर कंडीशनर जैसे सामान शामिल हैं जो पहले इन्हीं देशों से मंगवाए जाते थे। यह कदम तब उठाया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 180 से ज़्यादा देशों से होने वाले आयात पर भारी टैक्स लगाने की घोषणा की। खासकर चीन से आने वाले सामान पर अब 125% तक ड्यूटी लगेगी, जो पहले 104% थी।
इस फैसले के जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आने वाले प्रोडक्ट्स पर टैक्स बढ़ाकर 84% कर दिया है। चीन ने साफ कहा है कि वो इस ‘ट्रेड वॉर’ को “अंत तक लड़ने” के लिए तैयार है। इससे पूरी दुनिया की सप्लाई चेन हिल गई है।
तीसरे पक्ष के विक्रेताओं पर भी असर
Amazon के इस फैसले का असर सिर्फ उसके खुद के स्टॉक पर नहीं, बल्कि उसके प्लेटफॉर्म पर मौजूद लाखों थर्ड-पार्टी विक्रेताओं पर भी पड़ा है। Amazon के टॉप 10,000 विक्रेताओं में से लगभग आधे चीन से हैं, जो अब महंगे टैक्स और बढ़ती लागत से परेशान हैं।
चीन के Amazon विक्रेता अब दो बड़े फैसलों के बीच फंसे हैं — या तो वे अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाएं, या फिर अमेरिकी मार्केट को छोड़ दें। कई विक्रेताओं के लिए यूनिट लागत बढ़ चुकी है, जिससे टॉयज, कपड़े और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स जैसे सामान की कीमतें बढ़ी हैं।
छोटे कारोबारियों की सबसे बड़ी मुश्किल
जो छोटे विक्रेता बड़े सप्लायर्स से मोलभाव नहीं कर सकते, उनके लिए ये टैक्स बोझ झेलना नामुमकिन होता जा रहा है। ऐसे में कुछ विक्रेता अब दूसरे देशों के बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं, या Amazon के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म पर अपने प्रोडक्ट्स बेचने की कोशिश कर रहे हैं।