भारत के विकास मिशन पर आगे बढ़ने के साथ यह साफ है कि उसका रास्ता चीन जैसा नहीं होगा, क्योंकि वहां अलग वातावरण और क्षमताएं हैं। क्षमता निर्माण आयोग के चेयरमैन आदिल जैनुलभाई ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना सामने रखा है, और इस बारे में कई दृष्टिकोण हैं और ”हम मानते हैं कि यह अलग तरह से होगा।”
उन्होंने कहा, ”भारत के लिए विकास का रास्ता चीन के विकास पथ के समान नहीं होगा। अगले 25 वर्षों के लिए भारत की वृद्धि का मॉडल चीन जैसा नहीं होगा। यह एक अलग वातावरण है और भारत की क्षमताएं अलग हैं।”
जैनुलभाई ने कहा कि विश्व बैंक के अनुसार चीन की मजबूत वृद्धि निवेश और निर्यात उन्मुख विनिर्माण पर आधारित रही है। यह एक ऐसा नजरिया है, जो काफी हद तक अपने चरम पर पहुंच गया है।
इससे आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय असंतुलन पैदा हो गया है। उन्होंने यहां बृहस्पतिवार को भारत के महावाणिज्य दूतावास के एक विशेष कार्यक्रम ‘डेवलप्ड इंडिया एट 2047’ में यह बात कही।