शुक्रवार को 18वीं लोक सभा का पहला बजट सत्र समाप्त हो गया। सरकार ने संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके योगदान के कारण एक भी कार्य दिवस जाया नहीं गया। 18वीं लोक सभा का बजट सत्र 22 जुलाई को शुरू हुआ था। इस दौरान सरकार ने 11 विधेयक पेश किए, जिनमें 4 लोक सभा में शुक्रवार को लाए गए। विवादास्पद वक्फ (संसोधन) विधेयक, 2024 गु्रुवार को पेश हुआ था। बजट सत्र में आर्थिक समीक्षा पेश की गई और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट प्रस्तुत किया। संसद में विनियोग विधेयक, जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक पारित हुए। लोक सभा में भारतीय वायुयान विधेयक भी पारित कराया गया।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रीजीजू और संसद की संयुक्त समिति संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन वक्फ संशोधन विधेयक पर रिपोर्ट सौंप देंगे। लोक सभा और राज्य सभा ने अपने उन 21 और 10 सदस्यों के नामों की भी घोषणाएं कीं, जो संयुक्त समिति में नामित किए गए हैं।
संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार लोक सभा में केंद्रीय बजट पर 27 घंटे और 19 मिनट चर्चा हुई जबकि इसके लिए 20 घंटे का समय निश्चित किया गया था। राज्य सभा में बजट पर 22 घंटे 40 मिनट तक चर्चा हुई।
‘इंडिया’ खेमे ने राज्य सभा सभापति जगदीप धनखड़ पर आरोप लगाया कि उन्होंने पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन की कार्यवाही संचालित की। रीजीजू से जब धनखड़ और विपक्षी सदस्यों के बीच नोक-झोंक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अध्यक्ष से जुड़े किसी विषय पर टिप्पणी नहीं कर सकते। हालांकि, उन्होंने कहा कि मामला उस हद तक नहीं पहुंचना चाहिए जहां अध्यक्ष के अधिकारों को सीधी चुनौती दी जाए।
राज्य सभा में धनखड़ ने विपक्षी दलों के आचरण की निंदा की और कहा कि विपक्ष के नेता मलिल्कार्जुन खरगे संविधान की मर्यादा भूलकर अपनी बात मनवाने के लिए अड़े रहे। राज्य सभा दोपहर में काम-काज शुरू होने से पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में दोपहर से पहले विपक्षी दलों ने जमकर नारेबाजी की।
विपक्षी दल धनखड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य घनश्याम तिवाड़ी से पिछले सप्ताह खरगे के खिलाफ दिए उनके बयान के लिए माफी मांगने की मांग कर रहे थे। मगर सभापति ने विपक्षी दलों की यह मांग ठुकरा दी जिसके बाद वे (विपक्षी सदस्य) सदन से बाहर चले गए। धनखड़ और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन के बीच भी तीखी बहस हुई।
बाद में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं के खिलाफ चार नोटिस का उल्लेख किया। लोक सभा में अनुराग ठाकुर के बयान को एक्स पर डालने के लिए रमेश ने भाजपा नेताओं के खिलाफ ये नोटिस दिए।
तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने एक्स पर आंकड़ों का हवाला देकर लिखा कि मार्च-अप्रैल 2020 से यह 11वां मौका है जब सरकार ने किसी सत्र को समय से पहले ही समाप्त कर दिया है। वर्ष 2020 में कोविड महामारी फैलने के बाद बजट सत्र अपनी निर्धारित अवधि 3 अप्रैल से पहले ही 23 मार्च को स्थगित हो गया था। इन 11 में 3 सत्र महामारी के कारण छोटे रखे गए जबकि शेष एक दिन पहले समाप्त हो गए।