केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान में पांच अंतरराष्ट्रीय भाषाओं के लिए एक उन्नत प्रौद्योगिकी-सक्षम भाषा प्रयोगशाला स्थापित करने की योजना बना रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इन भाषाओं को अपने युवाओं को इन्हें सिखाने का फैसला किया है।
‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश सम्मेलन में प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषाओं पर जोर दिया गया है। प्रधान ने कहा, ‘अगर राजस्थान को आगे बढ़ना है, तो मैं प्रदेश सरकार को जिम्मेदारी देता हूं। आप पांच अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में से कोई भी चुन लीजिए, भारत सरकार राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी, एनआईटी जयपुर और आईआईटी जोधपुर के जरिये युवाओं को वैश्विक भाषाएं सिखाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला स्थापित करेगी।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार ‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट 2024’ में हुए एमओयू के कार्यान्वयन के लिए पूरी ताकत से काम करेगी। वह इस सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। तीन दिन का यह सम्मेलन बुधवार को संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री के अनुसार इस दौरान 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार इस सम्मेलन में हुए एमओयू के कार्यान्वयन के लिए पूरी ताकत से काम करेगी और अगले वर्ष 11 दिसंबर को कार्यान्वयन की समीक्षा के बाद जनता को जानकारी दी जाएगी।
आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि 2026 में फिर से ‘राइजिंग राजस्थान’ सम्मेलन का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि असीम संभावनाओं से भरपूर राजस्थान में उद्यमिता एवं विकास के शिखर को छूने की क्षमता है और राज्य नवाचार व निवेश को आकर्षित करने वाले एक नए केंद्र के रूप में उभर रहा है।