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PM मोदी इन्टरव्यू: भारत के हर हिस्से में G20 का आयोजन स्वाभाविक; कश्मीर, अरुणाचल पर चीन, पाकिस्तान की आपत्ति नाजायज

भारत ने 22 मई से तीन दिन तक श्रीनगर में पर्यटन पर G20 कार्य समूह की तीसरी बैठक आयोजित की थी, चीन को छोड़कर G20 देशों के सभी प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम के लिए दौरा किया था

Last Updated- September 03, 2023 | 5:33 PM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत के लिए अपने हर हिस्से में G20 बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है। उन्होंने यह बात कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में आयोजित कुछ कार्यक्रमों पर चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए कही।

वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता को प्रदर्शित करने के अपने प्रयासों के तहत, मोदी सरकार ने देश भर में G20 कार्यक्रमों की मेजबानी की है। चीन, जो G20 का सदस्य है, और पाकिस्तान, जो समूह का सदस्य नहीं है, ने कश्मीर में भारत द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाने के निर्णय पर आपत्ति जताई थी, जिसे वे ‘विवादित’ कहते हैं।

चीन, अरुणाचल प्रदेश पर भी भारत की संप्रभुता पर आपत्ति व्यक्त करता है। भारत पहले ही चीन और पाकिस्तान के दावों को खारिज कर चुका है।

मोदी ने पिछले सप्ताह के अंत में PTI-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘ऐसा प्रश्न वैध होता यदि हमने उन स्थानों पर बैठकें आयोजित करने से परहेज किया होता। हमारा देश अत्यंत विशाल, सुंदर और विविधतापूर्ण है। जब G20 बैठकें हो रही हैं, तो क्या यह स्वाभाविक नहीं है कि बैठकें हमारे देश के हर हिस्से में आयोजित होंगी।’

भारत ने 22 मई से तीन दिन तक श्रीनगर में पर्यटन पर G20 कार्य समूह की तीसरी बैठक आयोजित की थी। चीन को छोड़कर G20 देशों के सभी प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम के लिए सुरम्य घाटी का दौरा किया था।

मार्च में G20 कार्यक्रम के लिए बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा भी किया था। भारत ने तब चीनी दावों को खारिज करते हुए कहा था कि वह अपने क्षेत्र में बैठकें करने के लिए स्वतंत्र है।

मोदी ने कहा कि जब तक भारत की G20 अध्यक्षता का कार्यकाल समाप्त होगा, तब तक सभी 28 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकें हो चुकी होंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 125 राष्ट्रीयताओं के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भारतीयों के कौशल को देखेंगे।

First Published - September 3, 2023 | 5:30 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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