Lok Sabha election 2024: देश में आगामी लोक सभा चुनाव कुल 7 चरणों में संपन्न होने हैं। 4 जून को परिणाम की घोषणा होगी। पहले चरण के लिए नामांकन वापस लेने की तारीख भी 2 अप्रैल को समाप्त हो गई। पहले चरण में 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 102 लोक सभा सीटों पर वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। इस चरण में कुल 1618 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा, जिनमें 8 प्रतिशत महिलाएं भी शामिल हैं। देश में चुनावों पर नजर रखने वाली एजेंसी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
ADR की रिपोर्ट से पता चला है कि कुल 135 में से भारतीय जनता पार्टी ने 10 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। देश की मुख्य विपक्षी दलों में से प्रमुख कांग्रेस ने 6, बहुजन समाज पार्टी ने 4 और DMK ने 3 महिला उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। 15 महिला उम्मीदवारों ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया कि उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। तमिलनाडु की माइलादुत्रयी लोक सभा सीट पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रही सुधा आर पर सबसे ज्यादा 10 आपराधिक मामले दर्ज है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्लेषण किए गए 1,618 उम्मीदवारों में से 450 यानी 28 प्रतिशत के पास 1 करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति है। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण में, भाजपा ने 69 करोड़पति उम्मीदवारों (90 प्रतिशत) को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने 49 करोड़पति उम्मीदवारों (88 प्रतिशत) को नामांकित किया है।
इसके अलावा, पहले चरण के दस दावेदारों ने अपने हलफनामे में शून्य संपत्ति घोषित की है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.51 करोड़ रुपये है। यह विश्लेषण पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 1,625 उम्मीदवारों में से 1,618 के चुनावी हलफनामे पर आधारित है।
ADR की रिपोर्ट से पता चला है कि लोक सभा चुनाव के पहले चरण में अपना भाग्य आजमा रहे उम्मीदवारों में से 16 फीसदी दागी है। आपराधिक मामलों वाले 252 (16 प्रतिशत) उम्मीदवारों में से 161 (10 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। सात उम्मीदवारों पर हत्या से संबंधित मामले हैं, 18 ने बलात्कार सहित महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं, और 35 उम्मीदवारों के खिलाफ हेट स्पीच से संबंधित मामले हैं।
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 77 में से 28 (36 प्रतिशत) उम्मीदवारों और कांग्रेस के 56 में से 19 (34 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सभी चार (100 प्रतिशत) उम्मीदवार मुकदमों का सामना कर रहे हैं।
इस बीच, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के 59 फीसदी, समाजवादी पार्टी (SP) के 43 फीसदी, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) के 40 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 13 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं।