लोक सभा का चुनाव लड़ रहे धनी प्रत्याशियों के पास अचल के बजाय चल संपत्ति अधिक है। सभी दलों के शीर्ष दस धनी उम्मीदवारों की कुल चल संपत्ति की कीमत 1, 815 करोड़ रुपये है। यह उनकी अचल संपत्ति की कीमत से लगभग दोगुनी या इससे भी अधिक है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चला है कि धनी प्रत्याशियों की अचल संपत्ति की कीमत लगभग 815 करोड़ रुपये है।
उच्चतम न्यायालय ने हाल में अपने आदेश में कहा था कि प्रत्याशियों को अपनी सभी चल संपत्तियों का खुलासा करने की कोई जरूरत नहीं है। शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा, ‘प्रत्याशियों द्वारा सारी संपत्तियों का ब्योरा पेश करना इतना जरूरी नहीं है, जितना उनका चरित्रवान होना। प्रत्याशी या उसके परिवार के आश्रित सदस्यों के पास चल संपत्ति की घोषणा करना तब तक बिल्कुल आवश्यक नहीं जब तक वह संपत्ति बहुत अधिक न हो जाए या वह इतनी हो जाए कि उसका खुलासा करना जरूरी हो जाए।’
अदालत ने कहा, ‘प्रत्येक मामले को उसके गुण-दोष के अनुरूप ही देखना होगा। इस मामले में कोई कठोर नियम नहीं हो सकता कि प्रत्याशी द्वारा कब अपनी संपत्ति का पूरा खुलासा नहीं करने पर नियमों का उल्लंघन होता है।’ विश्लेषण में पहले हुए चुनावों में शीर्ष दस प्रत्याशियों की अचल संपत्ति के माध्य मूल्य का अध्ययन भी किया गया।
इसके मुताबिक कुल संपत्ति में अचल संपत्ति का हिस्सा कम हुआ है। इस साल हो रहे लोक सभा चुनाव के पहले चरण में शीर्ष दस प्रत्याशियों की माध्यिका आधार पर कुल संपत्ति में चल संपत्ति का हिस्सा 46 फीसदी आंका गया, जबकि 2019 के चुनाव में यह 55 फीसदी और 2014 में 93 फीसदी था।
माध्यिका या औसत का मतलब है चुनाव लड़ने वाले शीर्ष दस प्रत्याशियों की संपत्ति का माध्य मूल्य। हालांकि उनकी संपत्ति का कुल मूल्य अलग-अलग रुझान दर्शाता है। इसके मुताबिक 2024 में अचल संपत्ति का हिस्सा 68 फीसदी है, जबकि 2019 में यह 49 फीसदी और 2014 में बहुत अधिक 95 फीसदी था।
माइनेताडॉटइन्फो से लिए आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले बीस साल से अधिक धनवान लोगों को चुनाव लड़ना बहुत भा रहा है। साल 2004 में 10 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति थे, 2009 में यह आंकड़ा 16 फीसदी और 2019 में यह 29 फीसदी पर पहुंच गया। पहले चरण में 28 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं।
सबसे अधिक चल संपत्ति के मामले में मध्य प्रदेश से नकुल नाथ (669 करोड़ रुपये),अशोक कुमार (574 करोड़ रुपये), तमिलनाडु से देवनाथन यादव (254 करोड़ रुपये), उत्तर प्रदेश से माजिद अली (95 करोड़ रुपये), तमिलनाड़ से ही एसी शणमुगम (74 करोड़ रुपये) हैं। अचल संपत्ति के मामले में शीर्ष दस उम्मीदवारों में उत्तराखंड से माला राज्यलक्ष्मी शाह (152 करोड़ रुपये), मेघालय से विंसेंट एच पाला (123 करोड़ रुपये) और तमिलनाडु से जयप्रकाश वी (122 करोड़ रुपये) शामिल हैं।