योगी सरकार ने वाराणसी की तरह रामनगरी अयोध्या में भी सरयू नदी के किनारे टेंट सिटी बनाने की योजना तैयार की है। इससे पहले माघ मेले के दौरान प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में भी संगम के किनारे टेंट सिटी तैयारी की है।
अयोध्या के मशहूर नयाघाट पर बसने वाली इस टेंट सिटी में वाराणसी की तर्ज पर पांच सितारा सुविधाएं मौजूद होंगी। सरयू किनारे टेंट सिटी बसाने के लिए जमीन पर्यटन विभाग उपलब्ध कराएगा जबकि बाकी की व्यवस्था निजी निवेशक करेंगे। हाल ही में अयोध्या दौरे पर आए कनाडा के उद्यमियों के एक दल ने सरयू किनारे टेंट सिटी बनाने की परियोजना में निवेश की इच्छा जतायी थी। फरवरी में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान अयोध्या की टेंट सिटी को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षऱ किए जा सकते हैं।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी अयोध्य में जो भी श्रद्धालु जनवरी-फरवरी में कल्पवास के लिए आते हैं वो सुविधाओं के अभाव में नदी के किनारे कम रहते हैं बल्कि मठो या मंदिरों में रहते हैं। टेंट सिटी बन जाने के बाद उनके लिए वहां रुकना आसान हो जाएगा। अयोध्या में पर्यटन, दर्शन व कर्मकांडों के लिए आने वाले लोगों को लिए भी सरयू के किनारे टेंट सिटी में रुकना एक बड़ा आकर्षण होगा। टेंट सिटी के लिए सरयू के नयाघाट के पास मौजूद पर्यटन विभाग की जमीन का चयन किया गया है।
गौरतलब है कि वाराणसी में गंगा के किनारे पांच सितारा सुविधाओं से लैस एक टेंट सिटी विकसित की गयी है। टेंट सिटी का संचालन इसी महीने शुरु कर दिया गया है। वाराणसी में बने टेंट सिटी के लिए देशी-विदेशी पर्यटक बड़ी तादाद में बुकिंग करा रहे हैं। वाराणसी टेंट सिटी को वहां के विकास प्राधिकरण ने निजी-सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) के आधार पर विकसित किया है। वाराणसी की तरह अयोध्या में भी टेंट सिटी हर साल अक्टूबर से लेकर जून तक चालू रहेगी। बारिश के मौसम में नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते टेंट सिटी में पर्यटकों का ठहरना तीन महीनों के लिए बंद रहेगा।
वाराणसी में टेंट सिटी में 150 आलीशन काटेज तैयार की गयी हैं जिन्हें विला, डीलक्स और सुपर डीलक्स की श्रेणी में बांटा गया है। इन काटेजों में ठहरने के लिए प्रतिदिन का किराया 7500 रुपये से लेकर 30000 रुपये रखा गया है जिसमें भोजन आदि का खर्च शामिल है। वाराणसी टेंट सिटी में शाकाहारी व बनारसी जायकों की व्यवस्था की गयी है। यहां ठहरने वालों के लिए गेमिंग जोन, रेस्टोरेंट, स्पा एवं योगा सेंटर, लाइब्रेरी, हार्स व कैमल राइड सहित कई सुविधाएं दी जा रही हैं। टेंट सिटी में रुकने वालों के लिए के निजी घाट भी बनाया गया है जहां अन्य कोई गंगा स्नान नहीं कर सकता है।
अधिकारियों का कहना है कि अगले सीजन में अयोध्या की टेंट सिटी को भी पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। अगले साल जनवरी में राम मंदिर के निर्माण पूरा होने व इसे श्रद्धालुओं के खोल जाने के बाद टेंट सिटी की मांग जबरदस्त बढ़ेगी। राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय का कहना है कि निर्माण आधे से ज्यादा पूरा हो चुका है और गर्भगृह अगले साल मंकर संक्रांति तक तैयार हो जाएगा।