मध्य प्रदेश में 23 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये का भत्ता देने के लिए शुरू की गई ‘लाड़ली बहना’ योजना को शुरुआती सफलता मिली है। सरकार ने अनुमान लगाया था कि इस योजना के तहत करीब एक करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी लेकिन पंजीयन शुरू होने के 10 दिन के भीतर ही 60 फीसदी महिलाएं इसका लाभ लेने के लिए आवेदन कर चुकी हैं।
मध्य प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या 2.5 करोड़ से अधिक है और ऐसे में यह योजना आगामी विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। यही वजह है कि कांग्रेस ने भी महिलाओं को लेकर घोषणाएं शुरू कर दी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि अगर कांग्रेस सत्ता में वापस आती है तो घरेलू गैस सिलिंडर की कीमत को कम करके 500 रुपये प्रति सिलिंडर कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर माह 1,500 रुपये का भत्ता दिया जाएगा। जो सरकार की घोषणा से 500 रुपये अधिक है। कांग्रेस ने इस योजना का दायरा बढ़ाकर 18 से 60 आयु वर्ग की महिलओं को इसमें शामिल करने की बात भी कही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं लाड़ली बहना योजना की निगरानी कर रहे हैं और अलग-अलग मंचों से इसका प्रचार-प्रसार करते देखे जा सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि प्रदेश की 21 महिला विधायकों में से 14 भारतीय जनता पार्टी की हैं।
बतौर मुख्यमंत्री अपने पहले के कार्यकाल में चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की थी। इस योजना में करीब 45 लाख बच्चियां पंजीकृत हैं और अब तक 373 करोड़ रुपये की राशि बांटी जा चुकी है।