facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

सफर में सबसे ज्यादा भुलक्कड़ दिल्ली वाले, Uber की लिस्ट में लगातार 2 साल से टॉप पर; दूसरे नंबर पर मुंबई

उबर हर साल सबसे ज्यादा भूलने वाले आइटम, सबसे ज्यादा भुलक्कड़ शहरी, सप्ताह में सबसे ज्यादा भूलने वाले दिन आदि की पूरी सूची जारी करती है।

Last Updated- April 19, 2024 | 11:37 PM IST
Uber
Representative Image

दिल्ली के लोग सबसे ज्यादा भुलक्कड़ जान पड़ते हैं। इनमें भी वे, जो आईफोन इस्तेमाल करते हैं। यह बात यात्रा सेवा फर्म उबर के सर्वे में उभरकर सामने आई है। फर्म ने 2024 की अपनी खोया-पाया सूची शुक्रवार को जारी की। इसमें सफर के दौरान गाड़ी में सामान भूलने के मामले में दिल्ली के लोग फिर अव्वल निकले हैं।

उबर हर साल सबसे ज्यादा भूलने वाले आइटम, सबसे ज्यादा भुलक्कड़ शहरी, सप्ताह में सबसे ज्यादा भूलने वाले दिन आदि की पूरी सूची जारी करती है। इस सूची में लगातार दूसरे साल दिल्ली शीर्ष पर रही, जबकि मुंबई के लोग दूसरे नंबर पर हैं। लगता है हैदराबाद के लोग अपने सामान को लेकर अधिक सचेत हो गए हैं, क्योंकि इस बार यह शहर तीसरे से चौथे स्थान पर चला गया है, जबकि सामान भूलने के मामले में उसकी जगह यानी तीसरे स्थान पर बेंगलूरु आ गया है। देश में पुणे सबसे भुलक्कड़ शहर के मामले में पांचवें नंबर पर रहा।

पिछले साल यात्री जो सामान सबसे ज्यादा कैब में छोड़ चले, उनमें फोन, बैग, वॉलेट और यहां तक कि कपड़े आदि शामिल हैं। यही नहीं, लोग पानी की बोतल, घर या गाड़ी की चाबी, चश्मा और कीमती आभूषण भी ले जाना भूल गए। यात्री अपने दिल के सबसे करीब समझे जाने वाले आइटम जैसे गिटार, सिक्कों का संकलन, प्रसाद और हेयर ट्रीमर आदि भी उबर कैब में छोड़ कर चलते बने। पिछले साल के सूचकांक में पासपोर्ट, बैंक और बिजनेस संबंधी कागजात भी भूल गए।

सूचकांक में कई रोचक तथ्य उभर कर सामने आए हैं, जिनमें एक यह कि लोग शनिवार के दिन सबसे ज्यादा अपने सामान कैब में भूल जाते हैं। इसके अलावा लोग कैब में नीले रंग की चीजें सबसे अधिक भूल जाते हैं। उसके बाद लाल और गुलाबी रंग का नंबर आता है। खास यह कि शाम के समय लोग सबसे ज्यादा भुलक्कड़ हो जाते हैं। संभवत: मंजिल पर जाने की जल्दी इसका सबसे बड़ा कारण हो, क्योंकि ज्यादातर चीजें शाम 7 बजे के आसपास छूट जाती हैं।

सूचकांक की एक और खास बात यह कि एप्पल डिवाइस लेकर चलने वाले लोग अधिक भुलक्कड़ साबित हुए। इसके अलावा त्योहार के समय लोगों को अधिक भागम-भाग रहती है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले साल दीवाली के आसपास त्योहारों के दौरान लोग उबर कैब में ज्यादातर सामान भूल गए थे।

उबर का खोया-पाया सूचकांक का उद्देश्य हल्के-फुल्के और जानकारीपरक रोचक अंदाज में यात्रियों को अपने सामान के प्रति अधिक सचेत करना है।

खोया-पाया सूचकांक के बारे में सेंट्रल ऑपरेशंस हेड नीतीश भूषण कहते हैं, ‘हम सब ने कभी न कभी यात्राएं की हैं। इस दौरान कभी-कभार ऐसा भी हुआ कि हम कैब में अपना कोई कीमती सामान भूल गए। यदि उबर से यात्रा करने के दौरान ऐसा अनुभव हुआ यानी कुछ सामान भूल गए तो ऐप में दिए दिशानिर्देशों का पालन कर आराम से आप अपना सामान वापस पा सकते हैं। हम यह समझते हैं कि हमारे ग्राहक हम पर कितना भरोसा करते हैं।’

First Published - April 19, 2024 | 10:57 PM IST

संबंधित पोस्ट