भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में स्पष्ट बढ़त दिख रही है। इस गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ जीत हासिल करने की संभावना है, लेकिन दोनों ही पक्ष क्रॉस वोटिंग के लिए पूरी कोशिशों में जुटे हैं।
रेड्डी ने रविवार को सांसदों से आग्रह किया कि वे पार्टी के बजाय अपनी पसंद को तवज्जो दें। वहीं राजग के रणनीतिकारों ने उन राजनीतिक दलों से भी संपर्क किया है, जो वर्तमान में तटस्थ रुख अपनाए हुए हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान प्रणाली के तहत होता है और संसद सदस्य (सांसद) वोट देने के लिए पार्टी व्हिप से बंधे नहीं होते हैं। इसके लिए निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (245 राज्य सभा और 543 लोक सभा) होते हैं। राज्य सभा के 12 मनोनीत सदस्य भी चुनाव में मतदान करते हैं।
वर्तमान में निर्वाचक मंडल की संख्या 781 है, क्योंकि राज्य सभा में 6 और लोक सभा में 1 सीट खाली है। इससे बहुमत का आंकड़ा 391 हो जाता है। राजग के पास 425 सांसद हैं, जबकि विपक्षी खेमे को 324 का समर्थन हासिल है। दोनों गठबंधनों से अलग और कुल 11 सांसदों वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने राजग उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने का फैसला किया है।
लेकिन यह देखते हुए कि विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश से हैं और रेड्डी वाईएसआरसीपी के प्रमुख समर्थक समूह हैं, इसलिए पार्टी के सांसदों पर उनका समर्थन करने का दबाव है। चार सांसदों वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), सात सांसदों वाली बीजू जनता दल (बीजद), एक-एक संसद सदस्यों वाली शिरोमणि अकाली, मिजोरम की जोरम पीपुल्स मूवमेंट और मेघालय की वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी तथा तीन निर्दलीय सांसदों ने अभी तक यह फैसला नहीं किया है कि वे किसे वोट देंगे।
राजग और इंडिया गठबंधन दोनों ही इन्हें पाले में करने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार को संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच मतदान होगा। वोटों की गिनती शाम 6 बजे शुरू होगी और परिणाम देर शाम तक आ जाएंगे।