चालू मार्केटिंग सीजन 2024-25 में कपास के कुल उत्पादन का अनुमान एक बार फिर संशोधित किया गया है। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने चालू सत्र में कुल कपास उत्पादन घटकर 301.75 लाख गांठ रहने का अनुमान लगाया है। इसके पहले सीएआई ने कपास के उत्पादन में 2 लाख गांठ का संशोधन कर इसे 302.25 लाख से बढ़कर 304.25 लाख गांठ कर दिया। गुजरात और उत्तरी क्षेत्र में कम पैदावार के कारण चालू सत्र में कपास के कुल उत्पादन में कमी आने का अनुमान लगाया गया है।
सीएआई ने पहले चालू सीजन में 302.25 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलोग्राम) कपास उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया था लेकिन कुछ दिन पहले सीएआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि तेलंगाना में उम्मीद से ज्यादा उत्पादन के कारण कपास के उत्पादन में 2 लाख गांठ का संशोधन कर इसे 302.25 लाख से बढ़ाकर 304.25 लाख गांठ कर दिया। लेकिन एक बार फिर अनुमान में बदलाव करते हुए उत्पादन और कम कर दिया। सीएआई के अध्यक्ष अतुल गनात्रा ने कहा कि कम पैदावार के कारण कुल उत्पादन पर असर पड़ने के आसार हैं। हमारे अनुमान गुजरात, पंजाब और हरियाणा में कपास की कम पैदावार की रिपोर्ट पर आधारित हैं। हालांकि, कपास की गुणवत्ता बहुत अच्छी रहेगी।
इस बीच, जनवरी 2025 के अंत तक कुल कपास आपूर्ति 234.26 लाख गांठ रहने का अनुमान है। इसमें 188.07 लाख गांठ की ताजा पेराई, 16 लाख गांठ का आयात और सत्र की शुरुआत में 30.19 लाख गांठ का शुरुआती भंडार शामिल है। जनवरी 2025 के अंत तक कपास की खपत 114.00 लाख गांठ और निर्यात 8.00 लाख गांठ होने का अनुमान है। भंडार जनवरी 2025 के अंत में 112.26 लाख गांठ होने का अनुमान है, जिसमें कपड़ा मिलों के पास 27 लाख गांठ और शेष 85.26 लाख गांठ सीसीआई, महाराष्ट्र फेडरेशन और अन्य (एमएनसी, व्यापारी, जिनर्स तथा निर्यातक, अन्य) के पास कपास शामिल है, जिसमें बेचा गया लेकिन वितरित नहीं किया गया कपास भी शामिल है। हालांकि सीएआई ने पिछले महीने के अनुमान के अनुसार घरेलू खपत का अनुमान 315 लाख गांठ पर बरकरार रखा है। सीएआई ने कहा, 2024-25 सत्र के लिए निर्यात 17 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जबकि 2023-24 सत्र के लिए निर्यात 28.36 लाख गांठ रहने का अनुमान है।
कुछ दिन पहले सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉटन रिसर्च (सीआईसीआर) नागपुर ने कपास का उत्पादन 320 लाख गांठ रहने का अनुमान लगाया था। शुरुआत में कपास का अनुमानित उत्पादन 299.36 से 304 लाख गांठ रहने का अनुमान था। मार्केटिंग सीजन 2023-24 में कपास का 325.22 लाख गांठ उत्पादन हुआ था। सीआईसीआर के निदेशक वाई जी प्रसाद ने कुछ दिन पहले उम्मीद जताई था कि उत्पादन लगभग 320 लाख गांठ का आंकड़ा छू सकता है। प्रसाद के मुताबिक महाराष्ट्र, तेलंगाना और कर्नाटक के कई जिलों में अच्छी पैदावार के कारण उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना बन रही है, पिछले सीजन के मुकाबले इस बार बारिश हुई है, साथ ही गुलाबी सुंडी का प्रकोप कम रहा और किसानों ने फसल की देखभाल भी कुशलता से की, जिसके कारण अधिक पैदावार की स्थिति बन रही है । वहीं कपास उत्पादन और खपत समिति (सीओसीपीसी) के मुताबिक, अक्टूबर से शुरू होने वाले चालू सीजन 2024-25 के दौरान सितंबर तक कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ रहने का अनुमान है।