आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिये रकम भेजने वाला अब इसके प्राप्तकर्ता के नाम का सत्यापन कर सकेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को ऐसी सुविधा का प्रस्ताव रखा। यूपीआई और आईएमपीएस जैसी भुगतान प्रणालियां रकम भेजने वाले को भुगतान से पहले प्राप्तकर्ता के नाम का सत्यापन करने की सुविधा देती हैं।
आरटीजीएस और एनईएफटी सिस्टम के लिए ऐसी ही सुविधा देने के अनुरोध पर आरबीआई ने रकम भेजने वाले के लिए यह सुविधा देने का प्रस्ताव रखा है। मौद्रिक नीति समिति के बयान के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिये रकम भेजने वाला भुगतान से पहले लाभार्थी खाताधारक के नाम का सत्यापन कर सकेगा। इसके लिए बेनिफिशयरी अकाउंट नेम लुक-अप फैसिलिटी शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है।
दास ने कहा कि रकम भेजने वाला लाभार्थी का खाता नंवबर और शाखा का आईएफएससी कोड दे सकता है। इसके बाद लाभार्थी का नाम सामने आ जाएगा। इस सुविधा से ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा क्योंकि इसके कारण गलत क्रेडिट और धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी। इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश अलग से जारी किए जाएंगे।