facebookmetapixel
Amazon Now बनाम Blinkit-Swiggy: कौन जीतेगा भारत में Quick Commerce की जंग?Adani Group की यह कंपनी बिहार में करेगी $3 अरब का निवेश, सोमवार को शेयरों पर रखें नजर!Stock Split: अगले हफ्ते तीन कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, निवेशकों को मिलेगा बड़ा फायदा; जानें रिकॉर्ड डेटCBIC ने कारोबारियों को दी राहत, बिक्री के बाद छूट पर नहीं करनी होगी ITC वापसी; जारी किया नया सर्कुलरNepal Crisis: नेपाल में अगला संसदीय चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, राष्ट्रपति ने संसद को किया भंगट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगी1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! ऑटो सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट तयElon Musk की कंपनी xAI ने 500 कर्मचारियों को अचानक निकाला, Grok ट्रेनर्स सकते में!भारत-पाक मैच की विज्ञापन दरों में 20% की गिरावट, गेमिंग सेक्टर पर बैन और फेस्टिव सीजन ने बदला बाजारFY26 में 3.2% रहेगी महंगाई, RBI से दर कटौती की उम्मीद: Crisil

RBI ने RTGS और NEFT में लाभार्थी के नाम सत्यापन की सुविधा का प्रस्ताव रखा

"राशि भेजने से पहले प्राप्तकर्ता के नाम की पुष्टि से गलत क्रेडिट और धोखाधड़ी के मामलों में होगी कमी

Last Updated- October 09, 2024 | 10:37 PM IST
RBI

आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिये रकम भेजने वाला अब इसके प्राप्तकर्ता के नाम का सत्यापन कर सकेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को ऐसी सुविधा का प्रस्ताव रखा। यूपीआई और आईएमपीएस जैसी भुगतान प्रणालियां रकम भेजने वाले को भुगतान से पहले प्राप्तकर्ता के नाम का सत्यापन करने की सुविधा देती हैं।

आरटीजीएस और एनईएफटी सिस्टम के लिए ऐसी ही सुविधा देने के अनुरोध पर आरबीआई ने रकम भेजने वाले के लिए यह सुविधा देने का प्रस्ताव रखा है। मौद्रिक नीति समिति के बयान के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिये रकम भेजने वाला भुगतान से पहले लाभार्थी खाताधारक के नाम का सत्यापन कर सकेगा। इसके लिए बेनिफिशयरी अकाउंट नेम लुक-अप फैसिलिटी शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है।

दास ने कहा कि रकम भेजने वाला लाभार्थी का खाता नंवबर और शाखा का आईएफएससी कोड दे सकता है। इसके बाद लाभार्थी का नाम सामने आ जाएगा। इस सुविधा से ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा क्योंकि इसके कारण गलत क्रेडिट और धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी। इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश अलग से जारी किए जाएंगे।

First Published - October 9, 2024 | 10:37 PM IST

संबंधित पोस्ट