पब्लिक सेक्टर के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 2022-23 की मार्च तिमाही में करीब पांच गुना होकर 1,159 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बैंक ने 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में 201 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। इसमें सालाना आधार पर 477 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
फाइनेंशियल रिजल्ट जारी करने के साथ बोर्ड ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रत्येक 2 रुपये के अंकित मूल्य पर 0.65 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (32.5%) के डिविडेंड की भी सिफारिश की है।
पीएनबी की समीक्षाधीन तिमाही में नेट इंटरस्ट इनकम (NII) पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 7,304 करोड़ रुपये की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़कर 9,499 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
इसके अलावा प्रोविजन्स (कर के अलावा) और आकस्मिकताएं (contigencies ) चौथी तिमाही में 21 फीसदी गिरकर 3,830 करोड़ रुपये हो गईं, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 4,851 करोड़ रुपये थी।
इस बीच पंजाब नेशनल बैंक का समीक्षाधीन तिमाही के लिए ऋण घाटे का प्रावधान भी सालाना आधार पर 20 प्रतिशत घटकर 3,625 करोड़ रुपये रह गया।
वहीं, मार्च तिमाही में ग्रॉस नॉन परफोर्मिंग एसेट्स (NPAs) भी कम होकर 8.74 प्रतिशत पर आ हुआ, जो कि दिसंबर तिमाही में 9.76 प्रतिशत और पिछले साल की मार्च तिमाही में 11.78 फीसदी था।
बैंक के नेट एनपीए में भी सुधार हुआ है और यह 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में कम होकर 2.72 प्रतिशत पर आ गया। यह बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3.30 प्रतिशत और 2021-22 की मार्च तिमाही में 4.8 फीसदी था।