facebookmetapixel
ग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमितभारतीय स्टार्टअप के सपने साकार करने के लिए वेंचर कैपिटल ईकोसिस्टम को बढ़ावा देना आवश्यककरिश्मा कपूर के बच्चे दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे, पिता संजय कपूर की करोड़ों की संपत्ति में मांगा हिस्साSEBI vs Jane Street: सेबी का जेन स्ट्रीट को और डेटा देने से इनकार, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोNifty 50 कंपनियों की आय में गिरावट, EPS ग्रोथ रेट 4 साल में सबसे कमRSS ‘स्वयंसेवक’ से उपराष्ट्रपति तक… सीपी राधाकृष्णन का बेमिसाल रहा है सफरभारत के नए उप राष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हरायासेबी ने IPO नियमों में ढील दी, स्टार्टअप फाउंडर्स को ESOPs रखने की मिली मंजूरीNepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामला

UPI से जमकर हो रहे पेमेंट, 2026-27 तक हर दिन होने लगेंगे 1 अरब ट्रांजैक्शन: PwC India रिपोर्ट

Last Updated- May 28, 2023 | 3:50 PM IST
UPI payment

UPI से लेनदेन काफी तेजी से बढ़ रहा है। पीडब्ल्यूसी इंडिया (PwC India) की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2026-27 तक प्रतिदिन एक अरब UPI लेनदेन होंगे और कुल डिजिटल पेमेंट में इसका हिस्सा बढ़कर 90 प्रतिशत हो जाएगा।

पीडब्ल्यूसी की ‘द इंडियन पेमेंट्स हैंडबुक- 2022-27’ रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल पेमेंट में क्रांति लाने वाले यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की वित्त वर्ष 2022-23 में रिटेल सेगमेंट के लेनदेन में हिस्सेदारी 75 प्रतिशत रही।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच साल में खुदरा डिजिटल भुगतान (retail digital payments) में कुल लेनदेन राशि का 90 प्रतिशत UPI करेगा।

Also read: दवा कंपनियों के CEOs से मिले मांडविया, रिसर्च और इनोवेशन पर जोर

रिपोर्ट में कहा गया है कि मात्रा के लिहाज से (volume-wise) भारतीय डिजिटल भुगतान बाजार सालाना 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 के 103 अरब लेनदेन से 2026-27 में इसके 411 अरब लेनदेन पर पहुंचने की उम्मीद है।

रिपोर्ट के अनुसार, ‘अनुमान लगाया गया है कि UPI के माध्यम से वित्त वर्ष 2026-27 तक हर दिन एक अरब लेनदेन होंगे।’

First Published - May 28, 2023 | 3:50 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट