Red Sea Crisis: लाल सागर में मौजूदा स्थिति लंबा खिंचने पर भारत की बीमा कंपनियां समुद्री बीमा की लागत में वृद्धि की उम्मीद कर रही हैं। बहरहाल बीमाकर्ताओं का मानना है कि मौजूदा स्थिति नियंत्रण में आएगी। अब तक किसी दावे की मांग नहीं की गई है।
एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस के खुदरा कारोबार के प्रेसीडेंट पार्थनिल घोष ने कहा, ‘लाल सागर में भारत के तेल टैंकर पर जिस तरह हमला हुआ, अगर ऐसी घटनाएं बढ़ती हैं तो कार्गो की बीमा लागत में बढ़ोतरी होगी।’
घोष ने कहा कि इगर इस तरह की घटनाएं लगातार होती हैं तो अपहरण और फिरौती का कवर बढ़ेगा। इसके अलावा बीते समय में ऐसा देखा गया है कि कॉर्गो शिप ने अपनी यात्रा का मार्ग बदला है, जिससे लागत बढ़ी है और इससे भी बीमा की लागत बढ़ेगी।
इसका समर्थन करते हुए रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस के मुख्य तकनीक अधिकारी दीपक प्रिंझा ने कहा, ‘इस समय स्थिति प्रबंधन के योग्य है और हर कंपनी ने देखो और इंतजार करो की नीति अपना रखा है। साथ ही दावे अभी आने हैं।’ बीमा उद्योग सावधानी से इन घटनाओं पर नजर रख रहा है और भू राजनीतिक दबावों और बढ़ती घटनाओं के मुताबिक बीमा की राशि बढ़ सकती है।
एक बीमा अधिकारी ने नाम न दिए जाने की शर्त पर कहा, ‘लाल सागर क्षेत्र से जुड़े जोखिम बढ़ गए हैं। हालांकि अब तक हमने दावों में कोई वृद्धि या कोई नुकसान नहीं देखा है। लेकिन दावों में वृद्धि की संभावना है। अगर कोई बड़ा दावा नहीं आता है तो बीमा लागत में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।’