रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में वृद्धिशील ऋण प्रवाह सुधरकर 24.5 लाख करोड़ रुपये रहने की सभावना है, जो इसके पहले के वित्त वर्ष में 25.4 लाख करोड़ रुपये था। वहीं इस अवधि के दौरान 10.6 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हो सकते हैं जो पहले से 9.9 फीसदी ज्यादा होगा। पिछले वित्त वर्ष में 10.2 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हुए थे।
खुदरा ऋण लेने वालों द्वारा कर्ज की जोरदार मांग के कारण गैर खाद्य बैंक ऋण (एनएफबीसी) वित्त वर्ष 2024 में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था और गैर बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) ने बैंकों के बढ़े ऋण प्रवाह का उल्लेखनीय हिस्सा हासिल किया। इसकी वजह से वित्त वर्ष 2024 में एनएफबीसी का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ और इस क्षेत्र को 22.3 लाख करोड़ रुपये ऋण मिले।
यह वित्त वर्ष 2023 में मिले 18.2 लाख करोड़ रुपये की तुलना में ज्यादा है। बढ़े ऋण प्रवाह को सर्वोच्च स्तर के 10.2 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी होने से भी सहयोग मिला है। इक्रा में सेक्टर प्रमुख और उपाध्यक्ष सचिन सचदेवा ने कहा कि कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्युएंस को लेकर स्थितियां सकारात्मक बनी हुई हैं। वित्त वर्ष 2025 में यह जारीकर्ता और निवेशकों, दोनों के लिए अनुकूल है।