facebookmetapixel
GST कट के बाद ₹9,000 तक जा सकता है भाव, मोतीलाल ओसवाल ने इन दो शेयरों पर दी BUY रेटिंग₹21,000 करोड़ टेंडर से इस Railway Stock पर ब्रोकरेज बुलिशStock Market Today: गिफ्ट निफ्टी से आज बाजार को ग्रीन सिग्नल! सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी के आसारनेपाल में Gen-Z आंदोलन हुआ खत्म, सरकार ने सोशल मीडिया पर से हटाया बैनLIC की इस एक पॉलिसी में पूरे परिवार की हेल्थ और फाइनेंशियल सुरक्षा, जानिए कैसेStocks To Watch Today: Infosys, Vedanta, IRB Infra समेत इन स्टॉक्स पर आज करें फोकससुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर22 सितंबर से नई GST दर लागू होने के बाद कम प्रीमियम में जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना होगा आसान

सुधरेगा वृद्धिशील ऋण प्रवाह: ICRA

पिछले वित्त वर्ष में 10.2 लाख करोड़ रुपये  के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हुए थे।

Last Updated- May 08, 2024 | 2:18 AM IST
ICRA

रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में वृद्धिशील ऋण प्रवाह सुधरकर 24.5 लाख करोड़ रुपये रहने की सभावना है, जो इसके पहले के वित्त वर्ष में 25.4 लाख करोड़ रुपये था। वहीं इस अवधि के दौरान 10.6 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हो सकते हैं जो पहले से 9.9 फीसदी ज्यादा होगा। पिछले वित्त वर्ष में 10.2 लाख करोड़ रुपये  के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हुए थे।

खुदरा ऋण लेने वालों द्वारा कर्ज की जोरदार मांग के कारण गैर खाद्य बैंक ऋण (एनएफबीसी) वित्त वर्ष 2024 में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था और गैर बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) ने बैंकों के बढ़े ऋण प्रवाह का उल्लेखनीय हिस्सा हासिल किया। इसकी वजह से वित्त वर्ष 2024 में एनएफबीसी का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ और इस क्षेत्र को 22.3 लाख करोड़ रुपये ऋण मिले।

यह वित्त वर्ष 2023 में  मिले 18.2 लाख करोड़ रुपये की तुलना में ज्यादा है। बढ़े ऋण प्रवाह को सर्वोच्च स्तर के 10.2 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी होने से भी सहयोग मिला है। इक्रा में सेक्टर प्रमुख और उपाध्यक्ष सचिन सचदेवा ने कहा कि कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्युएंस को लेकर स्थितियां सकारात्मक बनी हुई हैं। वित्त वर्ष 2025 में यह जारीकर्ता और निवेशकों, दोनों के लिए अनुकूल है।

First Published - May 8, 2024 | 2:18 AM IST

संबंधित पोस्ट