facebookmetapixel
Ramesh Damani की एंट्री से इस शेयर ने भरी उड़ान, 2 दिन में 10% उछला; 3 साल में 330% रिटर्नGold silver price today: चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, भाव 2.50 लाख पार; जानें सोने के रेटStocks to Buy: चार्ट पैटर्न में दिखी मजबूती, ये 3 शेयर दिला सकते हैं 15% तक रिटर्न; जानिए एनालिस्ट की रायStock Market Update: सपाट शुरुआत के बाद बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक टूटा; निफ्टी 26 हजार के नीचे फिसलाAI इम्पैक्ट समिट में भारत के नवाचार से होंगे दुनिया रूबरूअदाणी का रक्षा क्षेत्र में 1.8 लाख करोड़ रुपये का बड़ा निवेशRolls-Royce भारत में करेगा बड़ा निवेश, नई पीढ़ी के एरो इंजन पर फोकससऊदी अरब के ताइफ एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की रेस में जीएमआर और टेमासेक आगेStocks To Watch Today: Coforge, Vedanta से लेकर PNB तक हलचल, आज इन शेयरों पर रहेगी बाजार की नजरAI की एंट्री से IT इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव, मेगा आउटसोर्सिंग सौदों की जगह छोटे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट

सुधरेगा वृद्धिशील ऋण प्रवाह: ICRA

पिछले वित्त वर्ष में 10.2 लाख करोड़ रुपये  के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हुए थे।

Last Updated- May 08, 2024 | 2:18 AM IST
ICRA

रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में वृद्धिशील ऋण प्रवाह सुधरकर 24.5 लाख करोड़ रुपये रहने की सभावना है, जो इसके पहले के वित्त वर्ष में 25.4 लाख करोड़ रुपये था। वहीं इस अवधि के दौरान 10.6 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हो सकते हैं जो पहले से 9.9 फीसदी ज्यादा होगा। पिछले वित्त वर्ष में 10.2 लाख करोड़ रुपये  के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी हुए थे।

खुदरा ऋण लेने वालों द्वारा कर्ज की जोरदार मांग के कारण गैर खाद्य बैंक ऋण (एनएफबीसी) वित्त वर्ष 2024 में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था और गैर बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) ने बैंकों के बढ़े ऋण प्रवाह का उल्लेखनीय हिस्सा हासिल किया। इसकी वजह से वित्त वर्ष 2024 में एनएफबीसी का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ और इस क्षेत्र को 22.3 लाख करोड़ रुपये ऋण मिले।

यह वित्त वर्ष 2023 में  मिले 18.2 लाख करोड़ रुपये की तुलना में ज्यादा है। बढ़े ऋण प्रवाह को सर्वोच्च स्तर के 10.2 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी होने से भी सहयोग मिला है। इक्रा में सेक्टर प्रमुख और उपाध्यक्ष सचिन सचदेवा ने कहा कि कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्युएंस को लेकर स्थितियां सकारात्मक बनी हुई हैं। वित्त वर्ष 2025 में यह जारीकर्ता और निवेशकों, दोनों के लिए अनुकूल है।

First Published - May 8, 2024 | 2:18 AM IST

संबंधित पोस्ट