वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी ने गुरुवार को कहा कि बैंकों, वित्तीय संस्थानों (एफआई) और विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) नैशनल बैंक फॉर फाइनैंसिंग इन्फ्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट को निजी निवेश से बाहर निकलने से बचने के लिए नैशनल इन्फ्रास्ट्रकचर पाइपलाइन (एनआईपी) के तहत परियोजनाओं के लिए कर्ज जुटाने में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
जोशी आईआईएफसीएल के स्थापना दिवस समारोह में कहा, ‘बैंकों, एफआई और डीएफआई द्वारा अपनाए जाने वाले एक सक्रिय और रणनीतिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है तभी निवेश की भीड़भाड़ से बचा जा सकता है और राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाएं कर्ज प्राप्त करने में सक्षम होंगे।’एनआईपी ने 34 इन्फ्रास्ट्रकचर उप क्षेत्रों को कवर करते हुए 9000 से अधिक परियोजनाओं का विस्तार किया है। परिवहन क्षेत्र में सबसे अधिक परियोजनाएं (4,659) हैं।