facebookmetapixel
डिमर्जर के बाद Tata Motors में कौन चमकेगा ज्यादा? जेपी मॉर्गन और SBI की बड़ी राय सामने आई₹5.40 प्रति शेयर तक डिविडेंड पाने का मौका! 12 नवंबर को एक्स-डेट पर ट्रेड करेंगे ये 5 स्टॉक्सDharmendra Demise: नहीं रहे हिंदी सिनेमा के ही-मैन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांसभारत-अमेरिका ट्रेड डील जल्द होगी सकती है फाइनल, ट्रंप ने दिए संकेत; कहा – पीएम मोदी से शानदार रिश्तेटाटा मोटर्स CV के शेयर 12 नवंबर को होंगे लिस्ट, डिमर्जर के बाद नया सफर शुरूStock Market Update: सपाट शुरुआत के बाद बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक गिरा; निफ्टी 25550 के नीचेDelhi Red Fort Blast: देशभर में हाई अलर्ट! यूपी-महाराष्ट्र-गुजरात में बढ़ी सुरक्षा, शाह बोले- हर एंगल से जांच जारी; UAPA के तहत मामला दर्जStocks To Watch Today: Vodafone, Tata Motors, Bajaj Finance समेत इन स्टॉक्स पर रहेगी निवेशकों की नजर; चेक करें लिस्टहाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज की

एक ही खाते से हो सकेगा लेन-देन

Last Updated- December 09, 2022 | 6:46 PM IST

अगर आप ने एक से अधिक बैंकों में खाते खोल रखे हैं तो फिर आपको अपने हर बैंक खाते की संख्या याद रखने की जरूरत नहीं है।


जी हां, इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग की अवधारणा आगे बढ़ाते हुए केंद्र सरकार ने बैंकों को एक आदमी के लिए एक ही बैंक खाता होने की संभावनाओं का पता लगाने को कहा है।

अगर इस बारे में जल्द ही कोई शुरुआत होती है तो फिर आपको हर बैंक के अपने अलग-अलग खातों की संख्या याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इस बारे में भारतीय बैंक महासंघ के सूत्रों का कहना है कि हाल में ही सरकार ने बैंकों को एक आदमी एक एकाउंट के बाबत संभावनाओं का पता लगाने को कहा है।

हालांकि इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है कि इस नई संकल्पना की शुरुआत कैसे की जाएगी लेकिन इतना जरूर है कि आपके सभी बैंक खातों को एक ही संख्या से जोड़ने की संभावना है।

बैंकरों के अनुसार इसकी सफलता के लिए बैंकों को अपने नेटवर्क को एक दूसरे से जोड़ने की जरूरत होगी या फिर किसी एजेंसी को बैंकों की तरफ से इस कार्य को पूरा करने केलिए आगे आना पड़ेगा। सूचना प्रौद्योगिकी में हुए जबरदस्त विकास से इस नई योजना को शुरू करने में काफी मदद मिल सकती है।

आईडीबीआई इंटेक के मुख्य कार्यकारी संजय शर्मा ने कहा कि समान बैंक खाते की संकल्पना अभी अपने शुरुआती चरण में है और कम से कम फिलहाल इस बारे में कुछ भी ठोस कहना बहुत मुश्किल लग रहा है।

हालांकि कई बैंकरों का मानना है कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली फिलहाल इस नई पहल केलिए पूरी तरह तैयार नहीं दिखती है। इस बाबत एक सरकारी बैंक के अधिकारी ने कहा कि इस योजना पर अमल के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में भारतीय ग्राहकों के लिए कोर बैंकिंग प्रणाली के जरिए परिचालन करना अपने आप में एक नया प्रयोग है। गौरतलब है कि कोर बैंकिंग प्रणाली के जरिए ग्राहक कुछ शुल्क का भुगतान कर देश के किसी भी कोने से अपने खाते की जानकारी और लेन-देन कर सकते हैं।

बैंकिंग जगत में इस नए प्रयोग से कारोबार करना करना काफी हद तक सुगम हो गया है। शायद इसी से उत्साहित होकर बैंकिंग जगत में एक और नए प्रयोग के लिए सरकार द्वारा पहल की गई है।

First Published - January 7, 2009 | 9:08 PM IST

संबंधित पोस्ट