बैसल -2 एवं लेखा मानक 15 (एएस 15) संबंधी जरुरतों की पूर्ति और आगामी वर्षों के विस्तार योजनाओं के लिए स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (एसबीएच) 900 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाएगी।
बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत के दौरान स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के प्रबंध निदेशक अमिताभ गुहा ने कहा कि 500 करोड़ रुपये इस वर्ष के 18 मार्च से अपर टियर टू तरीके से जुटाए जा रहे हैं जबकि शेष राशि सर्वकालिक बॉन्ड के माध्यम से जुटाया जाएगा।बैंक को एएस 15 की जरुरतों की पूर्ति के लिए एक बार में लगभग 450 करोड़ रुपये की आवश्यकता के कारण कोष जुटाना जरूरी हो गया है।
एएस 15 के लिए बैंक के पास दो विकल्प हैं- इसे पांच वर्षों की अवधि में चरणबध्द तरीके से अपनाना या एक बार में ही क्रियान्वित करना। गुहा ने कहा, ‘हम दूसरे विकल्प को तरजीह देंगे।’
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित पूंजी जुटाने के बाद बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात 10.50 प्रतिशत हो जाएगी जबकि बैसल 1 के तहत यह 12.5 प्रतिशत है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और सहयोगी बैंकों के विलय के संदर्भ में गुहा ने कहा, ‘विलय अपरिहार्य है और यह समय की पुकार भी है।’ उन्होंने कहा कि विलय सफल होगा अगर कर्मचारियों और ग्राहकों की समस्याओं का पहले ही समाधान कर लिया जाए।