facebookmetapixel
Q2 Results: Tata Motors, LG, Voltas से लेकर Elkem Labs तक; Q2 में किसका क्या रहा हाल?पानी की भारी खपत वाले डाटा सेंटर तटीय पारिस्थितिकी तंत्र पर डाल सकते हैं दबावबैंकों के लिए नई चुनौती: म्युचुअल फंड्स और डिजिटल पेमेंट्स से घटती जमा, कासा पर बढ़ता दबावEditorial: निर्यातकों को राहत, निर्यात संवर्धन मिशन से मिलेगा सहारासरकार ने 14 वस्तुओं पर गुणवत्ता नियंत्रण आदेश वापस लिए, उद्योग को मिलेगा सस्ता कच्चा माल!DHL भारत में करेगी 1 अरब यूरो का निवेश, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग में होगा बड़ा विस्तारमोंडलीज इंडिया ने उतारा लोटस बिस्कॉफ, 10 रुपये में प्रीमियम कुकी अब भारत मेंसुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश: राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के 1 किलोमीटर के दायरे में खनन पर रोकदिल्ली और बेंगलूरु के बाद अब मुंबई में ड्रोन से होगी पैकेज डिलिवरी, स्काई एयर ने किया बड़ा करारदम घोंटती हवा में सांस लेती दिल्ली, प्रदूषण के आंकड़े WHO सीमा से 30 गुना ज्यादा; लोगों ने उठाए सवाल

RBI गवर्नर ने चुनिंदा बैंकों के MD और CEOs के साथ की बैठक, बढ़ते जोखिम को लेकर किया सतर्क

यह RBI की बैंकों, NBFC और उसके दायरे में आने वाली अन्य इकाइयों के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ निरंतर बातचीत करने की मुहिम का हिस्सा है।

Last Updated- February 14, 2024 | 9:00 PM IST
कल से शुरू होगी RBI की MPC बैठक, SBI का अनुमान रीपो रेट में कब होगी कटौती!, RBI's MPC meeting will start from tomorrow, SBI estimates when the repo rate will be cut!

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने बुधवार को बैंकों से क्षेत्र में बढ़ते जोखिमों के प्रति सतर्क रहने के लिए कहा। उसने कहा कि आत्मसंतुष्टि की कोई गुंजाइश नहीं है।

गवर्नर ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी क्षेत्र के चुनिंदा बैंकों के प्रबंध निदेशकों (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CE0) के साथ बैठक की। यह आरबीआई की बैंकों, एनबीएफसी और उसके दायरे में आने वाली अन्य इकाइयों के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ निरंतर बातचीत करने की मुहिम का हिस्सा है। आरबीआई ने बयान में कहा कि गवर्नर ने बैंकों के बेहतर वित्तीय प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना की।

बयान के अनुसार, “बैंकों की स्वस्थ बहीखातों के साथ घरेलू वित्तीय प्रणाली की मजबूती पर गौर करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं है और बैंकों को बढ़ते जोखिमों को लेकर अपनी निगरानी बनाए रखनी चाहिए।”

दास ने व्यापार मॉडल व्यवहार्यता, व्यक्तिगत ऋणों में अत्यधिक वृद्धि, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) क्षेत्र में बैंक के कर्ज, और नकदी जोखिम प्रबंधन से जुड़े मुद्दों का भी जिक्र किया। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और साइबर सुरक्षा तैयारियों, परिचालन मजबूती, डिजिटल धोखाधड़ी से संबंधित मामलों और आंतरिक रेटिंग ढांचे को मजबूत करने की भी बात कही।

बैठक में बैंकों को आरबीआई की वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) संबंधित पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने और डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (डीबीयू) को और बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। बैठक में डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव और स्वामीनाथन जे के साथ-साथ विनियमन तथा निगरानी कार्यों की देख-रेख कर रहे कार्यकारी निदेशक भी शामिल हुए।

First Published - February 14, 2024 | 9:00 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट