सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) कर पूर्व लाभ दूसरी तिमाही में बढ़कर 979 करोड़ रुपये रहा। बैंक को पिछले साल की समान अवधि में 633 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ हुआ था।
पीएनबी का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 621 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि के लाभ 507 करोड़ रुपये से 22 फीसदी अधिक है।
बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी (ऋण के जरिये अर्जित ब्याज और जमाकर्ताओं को चुकाए गए ब्याज का अंतर) पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 29 फीसदी बढ़कर 8,393 करोड़ रुपये रही। इसने वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में फंसे ऋणों के लिए 3,811 करोड़ रुपये का प्रावधान किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 22 फीसदी कम है। पीएनबी ने बोर्ड की बैठक के बाद सोमवार को सार्वजनिक की गई बैलेंस शीट में कहा है, ‘स्थिति लगातार अनिश्चित बनी हुई है और बैंक लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहा है। बैंक के लिए प्रमुख चुनौती नकदी आवक में कमी और कार्यशील पूंजी चक्र लंबा होने के रूप में पैदा होंगी। बैंक इन
चुनौतियों से निपटने के लिए खुद को हर मोर्चे पर तैयार कर रहा है।’
बैंक के कुल फंसे ऋण दूसरी तिमाही में घटकर 13.43 फीसदी पर आ गए, जो पिछली तिमाही में 14.11 फीसदी थे। बैंक ने फंसे ऋणों के लिए पर्याप्त प्रावधान किए हैं। बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात बढ़कर 83 फीसदी हो गया है, जो पिछली तिमाही में 80.75 फीसदी था। बैंक ने ऋण अदायगी पर स्थगन के कारण दिए गए परिसंपत्ति वर्गीकरण के लाभ के लिए एक विवेकशील कदम के रूप में 400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया है। पीएनबी ने साफ किया है कि सर्वोच्च न्यायालय में मामला चलने की वजह से जिन खातों को एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया था, उनके लिए भी उसने 180 करोड़ रुपये का आपात प्रावधान किया है।
