देश के वाणिज्यिक बैंक एक नई नीति अनुबंध खेती (कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग) को अपनाने पर विचार कर रहे हैं। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की बदौलत वे न केवल उधार जुटा सकते हैं बल्कि कृषि क्षेत्र के अपने ऋण लक्ष्य को भी पा सकते हैं।लगभग सभी बैंक कृषि के ऋण लक्ष्य प्राप्त करने में असफल रहें हैं। कृषि ऋण […]
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बैंकों की दिलचस्पी धीरे-धीरे गैर जमानती (असुरक्षित) ऋण बाजार में कम हो रही है। ऋणों की वापसी में कठिनाई और बढ़ते हुये बकाया के बीच बैंकों ने असुरक्षित ऋण बाजार से दूर रहने का इरादा किया है। भारतीय रिजर्व बैंक की माइक्रोइकनोमिक और मॉनिटरी डेवलेपमेंट पर प्रकाशित रिपोर्ट को यदि संज्ञान में लिया जाए तो […]
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वर्ष 2008-2009 के दौरान स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम) 30 नई शाखाएं खोलने के साथ-साथ 60 एटीएम भी खोलेगा। वर्तमान वर्ष के लिए बैंक ने 60,000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है।चेन्नई में बैंक के आंचलिक कार्यालय का उद्धाटन करने के बाद स्टेट बैंक ऑफ मैसूर के प्रबंध निदेशक पी पी पटनायक ने […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 29 अप्रैल को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में सहकारी बैंकों को ऋण बाजार से कोष जुटाने के लिए नए तरीकों के प्रयोग करने की अनुमति दे सकता है। सहकारी बैंक कोष जुटाने के लिए छोटी ऋण संरचनाएं जैसे टियर-2 बॉन्ड्स, टियर-3 बॉन्ड्स और अपर टियर-2 या सर्वकालिक बॉन्ड ला सकते […]
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विकास और मुद्रास्फीति के बीच संतुलन बनाने के लिए आरबीआई औद्योगिक घरानों की कार्यशील पूंजी के लिए लिए जाने वाले कर्ज या ऋण के लिए मार्जिन या कोलैटरल संबंधी जरुरतों को सख्त बना सकती है। जबकि कृषि क्षेत्र में ऋण का प्रवाह बढ़ाने के लिए नरमी का रुख अख्तियार कर सकती है।सूत्रों ने बताया कि […]
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अमेरिकी मंदी और डेरिवेटिव्स सौदों में हुए घाटे के बावजूद प्राइवेट सेक्टर का प्रमुख बैंक एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2007-08 की चौथी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 37 फीसदी ज्यादा मुनाफा कमाया। इस अवधि में बैंक का कुल मुनाफा 471.11 करोड़ रुपये हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष की […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश के कई बैंकों के विलय के पक्ष में है। आरबीआई ने इस संबंध में सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा है। इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बीते सप्ताह आरबीआई और वित्त मंत्रालय के कुछ अधिकारियों की दिल्ली में एक बैठक हुई थी। उसमें विलय के […]
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अमेरिका में चल रहे सबप्राइम संकट की मार से देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी नहीं बच पाया। उसे न सिर्फ विदेशी बाजार में निवेश से नुकसान उठाना पड़ा है बल्कि उसके ग्राहकों को भी विदेशी मुद्रा आधारित डेरीवेटिव सौदों में तकरीबन 700 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। बैंक […]
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डेरिवेटिव लेन-देन में मार्क-टु-मार्केट नुकसान उठाने वाली कंपनियों की सूची अस्पष्ट होने के कारण बैंक अब अपने कॉर्पोरेट बैंकिंग विभाग से उधार लेने वालों के बही-खातों की जांच करने को कह रहे हैं। इसके अतिरिक्त बैंक विदेशी मुद्रा में निवेश से संबंधित विस्तृत जानकारी भी प्राप्त करने के प्रयास में जुटा है।एक वरिष्ठ बैंकर ने […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश की तमाम जमा राशि लेने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (डी-एनबीएफसी) पर अंकुश लगाने की जुगत में है। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह आरबीआई के डिप्टी गवर्नर वी लीलाधर ने कहा था कि आरबीआई को अपनी नीतियों की समीक्षा करने की जरुरत है। उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि […]
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