Delegated payments through UPI: भारतीय रिजर्व बैंक UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के बढ़ते ट्रांजैक्शन को देखते हुए कई बड़े कदम उठा रहा है। अभी तक अगर आपको किसी भी व्यक्ति को UPI के जरिये पैसा भेजना होता था तो आपको अपने मोबाइल का ही यूज करना पड़ता था। मोबाइल तो छोड़िये, अगर उसमें UPI रजिस्टर्ड सिम भी नहीं लगा है तो ट्रांजैक्शन करना असंभव था। लेकिन, अब जब देश में UPI ट्रांजैक्शन करने वाले 46.6 करोड़ यूजर्स हो गए हैं तो इस सफलता को देखते हुए RBI नियमों में बदलाव लाने जा रहा है। अब आपके अकाउंट से दूसरा व्यक्ति भी ट्रांजैक्शन कर सकता है।
गौरतलब है कि आज RBI ने अगस्त महीने के लिए मौद्रिक नीति समिति (August MPC Meeting) के फैसलों का ऐलान किया और रीपो रेट (Repo Rate) को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा। इसका मतलब यह है कि RBI बैंकों से लोन पर 6.5 फीसदी ही ब्याज लेगा, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बैंक भी अभी ग्राहकों की लोन दरों में इजाफा नहीं करेंगे।
MPC बैठक पर फैसला सुनाते हुए RBI गवर्नर ने UPI के जरिये बढ़ते पेमेंट्स का जिक्र किया और कहा कि डिजिटल पेमेंट को और सरल बनाया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि RBI ने अपनी अगस्त मौद्रिक नीति के दौरान UPI के माध्यम से प्रत्यायोजित भुगतान (delegated payments) की शुरुआत की। यह एक व्यक्ति (प्राइमरी यूजर) को किसी अन्य व्यक्ति (सेकंडरी यूजर) को प्राइमरी यूजर के बैंक खाते से UPI लेनदेन करने की अनुमति देने में सक्षम करेगा। ऐसे लेनदेन की सीमा प्राइमरी यूजर द्वारा निर्धारित की जाएगी। यह ऐलान करते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘इससे यूपीआई डिजिटल भुगतान की पहुंच और उपयोग और बढ़ेगा।’
इसे आसान भाषा में समझें तो- उदाहरण के तौर पर मान लीजिए अभी आपके पास UPI अकाउंट है, जिसका यूज सिर्फ आप या आपका मोबाइल यूज करने वाला ही कर सकता है। यानी आप प्राइमरी यूजर हुए। अब अगर RBI का नया नियम आ जाता है तो आपके UPI से दूसरा कोई व्यक्ति या दूसरी मोबाइल से कोई व्यक्ति पैसे का पेमेंट कर सकेगा। यानी वह सेकंडरी यूजर (द्वितीयक उपयोगतर्ता) हुआ।
अब बात आती है कि कितने पैसे का पेमेंट कोई कर सकता है तो इसके बारे में RBI की तरफ से अभी पूरी जानकारी नहीं दी गई है। पूरी जानकारी मिलने के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि पेमेंट करने की प्रक्रिया कैसे होगी, कितना अमाउंट कोई दूसरा आपके अकाउंट से पे कर सकता है। हालांकि, RBI ने कहा है कि दूसरा व्यक्ति उतना ही पेमेंट UPI से कर सकेगा, जितना आप उसे अमुमति देंगे।
माना जा रहा है कि जब कोई आपकी अकाउंट से UPI के जरिये पेमेंट करेगा तो उसके लिए आपके पास परमिशन देने का विकल्प आएगा। जब आप उसे परमिशन दे देंगे तो पेमेंट सक्सेसफुल हो जाएगा। ध्यान रखें- ये पेमेंट सेविंग अकाउंट से ही हो सकेगा। क्रेडिट अकाउंट या UPI पर क्रेडिट लाइन से यह संभव नहीं हो सकेगा।
RBI ने UPI के माध्यम से टैक्स भुगतान की सीमा को भी आज 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया। टैक्स के लिए प्रति लेनदेन 1 लाख रुपये करने से ज्यादा रकम का ऑनलाइन भुगतान करने में आसानी होगी।