दबाव वाले ऋणों के लिए कड़े मानक और उनके उन्ननयन में सख्ती से वित्तीय कंपनियों का गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) 160 से 180 आधार अंक बढ़कर मार्च 2022 तक 6.2 से 6.4 प्रतिशत तक हो सकती हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा के मुताबिक यह हाइसिंग कंपनियों के मामले में 80 आधार अंक बढ़कर 3.8 प्रतिशत के स्तर तक पहुंचने की संभावना है। बढ़ोतरी की यह संभावना मानकों में बदलाव और मार्च 2021 के आधार पर पुनर्गठित खाते से चूक के कारण है। मार्च 2021 में एनबीएफसी का जीएनपीए 4.5 प्रतिशत था। संपत्ति की गुणवत्ता के मानकों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के स्पष्टीकरण का मतलब है कि विशेष उल्लिखित खाते और एनपीए का वर्गीकरण रोजाना के आधार पर होगा। इक्रा ने कहा है कि इसके साथ ही सभी बकाया को साफ करने के बाद ही एनपीए को मानक श्रेणी में डाला जा सकेगा।
