त्योहारों के मौसम में आवास ऋण को लेकर बैंकों के बीच चल रही जंग में हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉर्पोरेशन (एचडीएफसी) भी शामिल हो गया है। एचडीएफसी ने 800 से ऊपर क्रेडिट स्कोर वाले 75 लाख रुपये से ज्यादा उधारी लेने वालों के लिए ब्याज दरों में 45 से 60 आधार अंक की कटौती कर दी है। यह छूट अक्टूबर, 2021 के अंत तक जारी रहेगी।
पिछले सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र के दो कर्जदाताओं भारतीय स्टेट बैंक और बैंक आफ बड़ौदा ने ब्याज दरों में 25 से 45 बीपीएस तक की कमी कर दी थी, जिससे आवास ऋण कारोबार में तेजी आ सके।
सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनैंस कं पनी एचडीएफसी ने कहा है कि नया कर्ज लेने वाले 6.70 प्रतिशत ब्याज दर पर आवास ऋण ले सकेंगे और इस पर कर्ज की राशि व रोजगार की श्रेणी का कोई व्यवधान नहीं होगा। वेतनभोगी वर्ग के लिए दरों में 45 आधार अंक और स्व रोजगार वालों के लिए 60 आधार अंक की राहत है।
पिछले दो साल के दौरान संपत्तियों की कीमत कमोबेश देश के प्रमुख इलाकों मेंं स्थिर बनी हुई है, जबकि आमदनी का स्तर बढ़ा है। एचडीएफसी की प्रबंध निदेशक रेणु सूद कर्नाड ने कहा कि रिकॉर्ड कम ब्याज दरें, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सब्सिडी और कर लाभ से भी मदद मिल रही है।
दरों में बदलाव के असर के बारे में जेएलएल के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख सामंतक दास ने कहा कि यह कमी क्रेडिट स्कोर से जुड़ी हुई है और इस रोजगार की श्रेणी से इसे नहीं जोड़ा गया है, जिससे कुल मिलाकर मकान के खरीदारों को सस्ता कर्ज मिल सकेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक बैंकों का होम लोन बुक सालाना आधार पर 8.9 प्रतिशत बढ़ा है और यह जुलाई, 2021 तक 14.66 करोड़ रुपये हो गया है।
