facebookmetapixel
NPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहींBihar चुनाव के बाद लालू परिवार में भूचाल, बेटी रोहिणी ने राजनीति और परिवार दोनों को कहा ‘अलविदा’1250% का तगड़ा डिविडेंड! अंडरवियर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफा

कुछ इकाइयों-कर्मियों की जांच कर रहा ईडी : इंडसइंड बैंक

Last Updated- December 11, 2022 | 5:36 PM IST

निजी क्षेत्र के कर्जदाता इंडसइंड बैंक ने बुधवार को कहा कि कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुछ इकाइयों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है, जिसमें बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं।
चेन्नई सीसीबी-1 पुलिस थाने में 9 जुलाई को दर्ज प्राथमिकी के बारे में इंडसइंड बैंक ने बुधवार को एक्सचेंज को सूचित किया। इसमें कहा गया है कि जिन कंपनियों की जांच की जा रही है, उन्हें बैंक ने कोई कर्ज नहीं दिया है।
इंडसइंड बैंक ने कहा है कि ईडी का चेन्नई जोनल ऑफिस 2011 से 2014 के बीच आयात से हुए लेनदेन के रेमिटेंस में कथित गड़बड़ी को लेकर कुछ इकाइयों की जांच कर रहा था। निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा, ‘बैंक ने स्वतः संज्ञान में लेकर नियामकीय प्राधिकारियों के पास संदेहास्पद लेन देन रिपोर्ट (एसटीआर) दाखिल की थी, जिसमें इनमें से कई इकाइयां इस दौरान कामकाज में लगी थीं। बैंक ने कुछ संदेहास्पद इकाइयों के खिलाफ 2015 में पुलिस प्राधिकारियों के पास भी शिकायत दर्ज कराई थी।’
इंडसइंड बैंक ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर 2015 में इस मामले की जांच की और कर्जदाता पर जुर्माना लगाया। इसने कहा कि इस मामले से जुड़े तमाम कर्मचारी पहले ही बैंक छोड़ चुके हैं।
इंडसइंड बैंक ने कहा है, ‘बैंक कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ पूरी तरह से सहयोग जारी रखेगा और अगर कोई नामित कर्मचारी दोषी पाया जाता है और यह पता चलता है कि उसने जानबूझकर कोई अवैध लेन-देन कराया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’

First Published - July 13, 2022 | 11:15 PM IST

संबंधित पोस्ट