आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के सचिव अजय सेठ ने सोमवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विभिन्न पक्षों की राय के आधार पर एक परामर्श पत्र को अंतिम रूप दिया जा रहा है और जल्द ही इसे पेश किया जाएगा।
वित्त मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम से इतर सेठ ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दे पर घरेलू एवं अन्य भागीदारों के साथ व्यापक चर्चा की गई है और उसी के आधार पर इस परामर्श पत्र को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की वजह से पैदा होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्चुअल दुनिया में इन डिजिटल मुद्राओं का परिचालन होने से जरूरी है कि इन मुद्दों से निपटने में वैश्विक प्रयास हों। भारत ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सजग रुख अपनाया हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक कई मौकों पर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी असहजता जाहिर कर चुका है। उसका कहना है कि वृहद-आर्थिक स्थिरता के लिए क्रिप्टोकरेंसी एक खतरे की तरह है।