वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड ऐंड पुअर्स (एसऐंडपी) ने आज कहा कि निजी क्षेत्र के भारतीय ऋणदाता ऐक्सिस बैंक भारत में कठिन परिचालन परिस्थितियों के कारा पैदा होने वाले नकारात्मक जोखिमों का सामना करने के लिए तैयार है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि सितंबर तिमाही के लिए बैंक के परिणाम हमारे रेटिंग दृष्टिकोण के अनुरूप और लचीला थे।
वृद्धि और आय के मोर्चे पर ऐक्सिस बैंक अन्य तमाम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर सकता है लेकिन उसका प्रदर्शन निजी क्षेत्र के अन्य घरेलू बैंकों के अनुरूप रहेगा।
बैंक की जोखिम लेने संबंधी की भूख पिछले छह महीनों में कम हुई है और 31 मार्च, 2021 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए उसका प्रदर्शन उद्योग के औसत के अनुरूप रहने की उम्मीद है। हालांकि वह संभावित आर्थिक व्यवधानों का फायदा उठाने और आगे बढऩे के लिए अच्छी तरह से तैयार है। बैंक वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 में उद्योग के औसत से कहीं अधिक रफ्तार के साथ आगे बढ़ेगा। बैंक का पूंजीकरण अपेक्षाकृत अच्छा है और जोखिमों का आकलन करने के लिए उसकी डिजिटल क्षमता भी बेहतर है।
ऐक्सिस बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण संभावित गिरावट के बावजूद अगले दो वर्षों के दौरान उद्योग के औसत से बेहतर रहने के आसार हैं। रेटिंग एजेंसी ने उम्मीद जताई है कि ऐक्सिस बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता आईसीआईसीआई बैंक जैसे निजी क्षेत्र के अन्य बैंकों के अनुरूप लेकिन एचडीएफसी बैंक की तुलना में कमजोर रहेगी। रेटिंग एजेंसी ने कहा है, ‘ऐक्सिस बैंक ने कोविड वैश्विक महामारी से संबंधित नुकसान की भरपाई के लिए अपने प्रावधान की रकम को बढ़ा दिया है। हम उम्मीद करते हैं कि बैंक अपनी कमजोर परिसंपत्तियों की लगातार पहचान करेगा और उसके लिए उपाय जारी रखेगा।’
कर्जदारों को दी गई अप्रत्याशित मदद एवं वैश्विक महामारी के बीच बैंकिंग क्षेत्र में अगले 6 से 12 महीनों के दौरान परिस्थितियों में काफी अनिश्चितता दिखेगी। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में दबावग्रस्त ऋण की पहचान होने में देरी के कारण पुनर्गठन में भी देरी होगी। इस क्षेत्र में जून 2021 के अंत तक 5 से 8 फीसदी ऋण का पुनर्गठन हो सकता है। इसके अलावा गैर-निष्पादित ऋण 31 मार्च, 2020 तक बढ़कर उद्योग के कुल ऋण का करीब 10 से 11 फीसदी तक पहुंच जाएगा जो 31 मार्च 2020 को 8.5 फीसदी था।
आईबीएम का इंडियन ऑयल संग करार
प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी आईबीएम ने गुरुवार को कहा कि उसने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के साथ गठजोड़ किया है। इसके तहत आईबीएम आईओसी के डिजिटल अनुभव को बेहतर बनाएगी। एक बयान में कहा गया कि आईबीएम सर्विसेज ने इंडियन ऑयल वन मोबाइल ऐप और पोर्टल तैयार किया है। अब करीब 13 करोड़ उपभोक्ताओं को सेवाएं प्रदान कर रहे 12,400 आईओसी वितरक ऐप और पोर्टल का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह ऐप और पोर्टल इंडियन ऑयल की एपिक परियोजना का हिस्सा है। एपिक परियोजना वितरण प्रबंधन प्रणाली (डीएमएस) और उपभोक्ता संबंध प्रबंधन (सीआरएम) का एकीकृत मंच है। यह मंच भंडार, ऑर्डर और इनवॉइस की रियल टाइम जानकारी प्रदान करता है। इससे ऑर्डर को पूरा करने में लगने वाला समय कम हो जाता है। भाषा