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Sanjay Nirupam: दो दशक बाद फिर शिवसेना में लौटे पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम, एकनाथ शिंदे से हाथ मिला बोले..

कांग्रेस पार्टी से निष्कासित होने के बाद संजय निरुपम करीब दो दशक बाद शिवसेना में वापस लौटे हैं। उन्होंने कहा- 'देर आया दुरुस्त आया।'

Last Updated- May 03, 2024 | 9:01 PM IST
Sanjay Nirupam: Congress leader Sanjay Nirupam returned to Shiv Sena after two decades, shook hands with Eknath Shinde and said.. Sanjay Nirupam: दो दशक बाद फिर शिवसेना में लौटे कांग्रेस नेता संजय निरुपम, एकनाथ शिंदे से हाथ मिला बोले..

Sanjay Nirupam Joined Shivsena: कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम आज यानी शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिंदे की उपस्थिति में उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि उन्हें आज 3 बजे ही शिंदे गुट में शामिल होना था, लेकिन मुख्यमंत्री 3 घंटे की देरी से आए और तब तक उन्हें इंतजार करना पड़ा।

निरुपम को कांग्रेस ने पिछले दिनों पार्टी से 6 सालों के लिए निष्कासित कर दिया था। उन पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों को लेकर आरोप लगाए गए थे। दरसअल निरुपम पार्टी की तरफ से उद्धव ठाकरे के एक तरफा उम्मीदवार उतारने और और त्रिपक्षीय महा विकास अघाड़ी के गठन के बाद से नाराज चल रहे थे। इसके विरोध में उन्होंने कांग्रेस पर तीखे हमले किए। जिसके बाद पार्टी ने सिर्फ उन्हें निष्कासित ही नहीं किया, बल्कि स्टार प्रचारक की लिस्ट से भी हटा दिया।

दो दशक बाद फिर लौटे शिवसेना में

निरुपम साल 2005 तक शिवसेना के साथ रहे थे। उस समय पार्टी के अध्यक्ष बाला साहेब ठाकरे हुआ करते थे और शिवसेना का विभाजन भी नहीं हुआ था। 2005 में वे पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। शामिल होते ही उन्हें कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया। 2009 में वे मुंबई उत्तर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता और पूर्व राज्यपाल राम नाइक को कड़ी टक्कर दी और मामूली अंतर के साथ उन्हें हरा दिया था। इसके बाद से वे लगातार कांग्रेस में कई अहम पदों पर बने रहे।

दिलचस्प बात यह भी है कि जिस लोकसभा सीट से उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता राम नाइक को मात दी थी, 2014 में उसी लोकसभा सीट से हार गए। भाजपा के गोपाल शेट्टी के सामने उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी निरुपम नहीं जीत पाए।

बता दें कि 1996 से लेकर 2006 तक वे दो बार मुंबई उत्तर से सांसद रहे हैं। दोनों बार उन्हें शिवसेना के टिकट से जीत मिली थी। 2005 में कांग्रेस का दामन थामने के बाद एक ही बार साल 2009 में वे सांसद बन सके।

शिवसेना का दामन थाम क्या बोले संजय निरुपम

ABP न्यूज की रिपोर्ट ने बताया कि संजय निरुपम जब 19 साल के बाद फिर से शिवसेना में लौटे तो उन्होंने कहा कि पूरे दल बल के साथ शिवसेना में आया हूं। मुंबई में शिवसेना को तीनों की तीनों सीटों पर जीत दिलाएंगे और भगवा का झंडा बुलंद करेंगे। अब कोई शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। देर आया दुरुस्त आया।

First Published - May 3, 2024 | 7:40 PM IST

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