Lok Sabha Elections: नई दिल्ली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में दो वकीलों भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बांसुरी स्वराज और आम आदमी पार्टी (AAP) के सोमनाथ भारती के बीच चुनावी मुकाबला हो रहा है। इस सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 10 विधान सभा सीटों पर इस समय आप का कब्जा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और स्वयं भारती भी यहीं से विधायक हैं। लोक सभा चुनाव 2014 और फिर 2019 में भाजपा ने दिल्ली की सभी 7 सीट पर क्लीन स्वीप किया था।
तीन बार के विधायक भारती को उम्मीद है कि उन्हें आप की ओर से नगर निगम में जिम्मेदार सरकार देने और फिर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से उपजी सहानुभूति का फायदा मिलेगा और वह आसानी से चुनाव जीत जाएंगे।
बांसुरी प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के सहारे अपनी जीत की उम्मीद पाले हुए हैं। एक तथ्य भी कहता है कि नई दिल्ली सीट के लोग वोट देते समय धार्मिक या स्थानीय मुद्दों पर अधिक ध्यान नहीं देते, लोक सभा चुनाव में वे राष्ट्रीय मुद्दों को परखते हैं।
इसके अलावा स्वराज को अपनी मां सुषमा स्वराज के प्रति सहानुभूति का लाभ भी मिल सकता है। सुषमा दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। वह दक्षिणी दिल्ली सीट से दो बार सांसद भी रहीं।
नई दिल्ली लोक सभा क्षेत्र में लुटियंस बंगला जोन, खान मार्केट, डिफेंस कॉलोनी, ग्रीन पार्क और लाजपत नगर जैसे इलाके आते हैं। इस सीट ने पूर्व में भारतीय जनसंघ और भाजपा से बलराज मधोक, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और जगमोहन जैसे कई दिग्गज नेताओं को चुनकर लोक सभा पहुंचाया है।
उत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं सुचेता कृपलानी 1952 में इस सीट से सांसद बनी थीं। उस समय वह सोशलिस्ट पार्टी के एक धड़े की उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरी थीं। इसके बाद 1957 में वह कांग्रेस प्रत्याशी बनकर यहां से चुनाव लड़ीं।
जबकि कांग्रेस के केसी पंत, राजेश खन्ना और अजय माकन ने बाद के चुनाव में यहां से जीत दर्ज की। भाजपा नेता और केंद्र में मंत्री मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली लोक सभा सीट पर 2014 और 2019 के चुनावों में जीत का परचम लहराया, लेकिन पार्टी ने इस बार इस सीट से उन्हें टिकट नहीं दिया।