सामाजिक प्रगति सूचकांक (एसपीआई) के पहले संस्करण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 10 राज्यों में शीर्ष पर 4 केंद्रशासित प्रदेश हैं। इसमें पुदुच्चेरी पहले स्थान पर है, जबकि उसके बाद लक्षद्वीप, गोवा, सिक्किम और मिजोरम का स्थान है। वहीं 10 राज्यों में शामिल अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर भी हैं। मंगलवार को जारी सूचकांक राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और जिलों के लिए तैयार किया गया है। इसे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) की पहल पर इंस्टीट्यूट फॉर कंपटेटिवनेस ऐंड सोशल प्रोग्रेस इंपरेटिव ने तैयार किया है।
इस सूचकांक को तैयार करने में सामाजिक प्रगति के 3 अहम क्षेत्रों- मानव की बुनियादी जरूरतों (जैसे पोषण और बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल, जल और स्वच्छता, व्यक्तिगत सुरक्षा व आश्रय), बेहतरी के मूल सिद्धांत (बुनियादी ज्ञान तक पहुंच, सूचना और संचार तक पहुंच, स्वास्थ्य एवं बेहतरी और पर्यावरण की गुणवत्ता) और अवसर (व्यक्तिगत अधिकार, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और चयन, समावेशन और उच्च शिक्षा तक पहुंच) का इस्तेमाल किया गया है। यानी 3 अहम क्षेत्रों को 12 उपक्षेत्रों में विभाजित करके आकलन किया गया है और उसके मुताबिक सूची तैयार की गई है।
पुदुच्चेरी का देश में सबसे ज्यादा 65.99 एसपीआई अंक है। उसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता और पसंद, आवास, जल एवं स्वच्छता की स्थिति बेहतर रहने की अहम भूमिका है। उसके बाद लक्षद्वीप और गोवा का स्थान है, जिन्हें क्रमशः 65.89 और 65.53 अंक मिले हैं। प्रमुख राज्यों में, तमिलनाडु और केरल शीर्ष 10 में शामिल हैं। दूसरी ओर असम, बिहार और झारखंड तालिका में सबसे नीचे हैं। जबकि जिलों में, आइजोल 72.9 अंक के साथ तालिका में शीर्ष पर है। एसपीआई अंक के आधार पर, राज्यों और जिलों को सामाजिक प्रगति के छह स्तरों के तहत स्थान दिया गया है।