वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत है। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत के वस्तु निर्यात में अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान सकल वृद्धि हुई।
मंत्री ने डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट पर एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ने दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और सभी रुझानों को पछाड़ दिया। हाल के महीनों में महंगाई अपने सबसे निचले स्तर पर है और विदेशी मुद्रा विनिमय मजबूत बना हुआ है।
गोयल ने सीआईआई इंडिया एज 2025 के इतर कहा, ‘इससे पता चलता है कि भारत की अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत बना हुआ है। हम अपने वैश्विक व्यापारिक साझेदारों के साथ बेहतर एकीकरण के लिए कार्य कर रहे हैं। आप हमारे व्यापारिक साझेदारों के साथ सफल साझेदारी के बारे में और भी बहुत कुछ सुनेंगे।’ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 90.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। रॉयटर्स के मुताबिक दिन के सत्र में रुपया 0.14 प्रतिशत गिरकर 90.19 पर बंद हुआ।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री ने नवंबर के निर्यात आंकड़ों का खुलासा नहीं किया। भारत के कई उत्पादों पर अगस्त में 50 प्रतिशत अमेरिकी शुल्क लगाए जाने के कारण अक्टूबर में घरेलू निर्यात 11.8 प्रतिशत गिरकर 34.4 अरब डॉलर हो गया था। व्यापार का आधिकारिक आंकड़ा 15 दिसंबर को जारी किया जाएगा।
मंत्री ने सीआईआई के कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने भारतीय उद्योग से वैश्विक गतिशीलता में बदलाव के बीच प्रतिस्पर्धी बने रहने का आह्वान किया। हालिया व्यवधानों ने मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने के महत्त्व को पुन: उजागर किया है और किसी एक भूगोल पर अत्यधिक निर्भरता के प्रति चेताया। इसके परिणामस्वरूप उन क्षेत्रों की पहचान करना महत्वपूर्ण होगा जहां घरेलू क्षमता और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर कड़ा नियंत्रण महत्त्वपूर्ण होगा।