सरकार महंगाई पर काबू पाने के लिए खूब जतन कर रही है, लेकिन महंगाई सुरसा की तरह मुंह फैलाए जा रही है।
हालत यह है कि हफ्ते-दर-हफ्ते महंगाई का आंकड़ा मुंह चिढ़ाता ऊंचाई की ओर बढ़ता जा रहा है। 7 जून को महंगाई दर 11 फीसदी का स्तर छुआ, उससे घटने का नाम ही नहीं ले रही है। 21 जून को समाप्त हफ्ते में तो यह 11.63 फीसदी पर जा पहुंची, जबकि इससे पहले वर्ष में इसी दौरान महंगाई दर 4.32 फीसदी ही थी।
यही नहीं, पिछले हफ्ते यह आंकड़ा 11.42 फीसदी था। समीक्षाधीन हफ्ते में महंगाई की आग को हवा खाद्यान्न की बढ़ती कीमतों से मिली। इस हफ्ते में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 0.6 फीसदी का उछाल आया, जबकि गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतें 0.4 फीसदी बढ़ीं। 21 जून को समाप्त सप्ताह में चाय, मक्का, मसाले, फल-सब्जियां, दाल, आयातित खाद्य तेल और समुद्री उत्पादों के कीमतों में इजाफा दर्ज की गई।
इसके अलावा, टैक्सटाइल, केमिकल उत्पाद, लौह और अलौह धातुएं और मशीनरीज की कीमतों में भी उछाल आया है। हालांकि इस दौरान ईंधन सूचकांक में मामूली कमी आई है। सरकार द्वारा मूल्य पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों के बावजूद लोहा एवं इस्पात और सीमेंट जैसे उत्पाद इस सप्ताह के दौरान मंहगे हुए। विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने की वजह से महंगाई दर और बढ़ सकती है।
वित्त मंत्री भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि महंगाई के अगले दो-तीन माह तक घटने के आसार कम ही हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महंगाई दर के बढ़ने की रफ्तार कुछ कम हुई है और सरकारी प्रयास रंग ला रहे हैं। हालांकि जानकारों का मानना है कि तेजी से बढ़ती महंगाई 29 जुलाई को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान मौद्रिक नीति को और सख्त करने के कदम उठाए जा सकते हैं।
हफ्ते-दर-हफ्ते
10 मई 7.82 फीसदी
17 मई 8.10 फीसदी
24 मई 8.24 फीसदी
31 मई 8.75 फीसदी
7 जून 11.05 फीसदी
14जून 11.42 फीसदी
21जून 11.63 फीसदी