भारत के दबदबे वाले सेवा क्षेत्र में वृद्धि अगस्त के दौरान पांच माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। एक निजी सर्वे में बुधवार को बताया गया कि महंगाई का दबाव कम होने और नए कारोबार के विस्तार से सेवा क्षेत्र में वृद्धि हुई। एसऐंडपी ग्लोबल द्वारा संकलित सेवा क्षेत्र का एचएसबीसी हेडलाइन पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अगस्त में बढ़कर 60.9 हो गया जबकि यह जुलाई में 60.3 था।
यह सूचकांक 50 के स्तर से ऊपर होना विस्तार को प्रदर्शित करता है और सेवा क्षेत्र के लिए यह लगातार 37वें माह इस स्तर से ऊपर रहा। बीते चार वर्षों में महंगाई का दबाव सबसे निचले स्तर पर रहा और नौकरियों को सृजन बढ़ा है। दरअसल कंपनियां अर्थव्यवस्था को लेकर उत्साहित हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, ‘भारत के सेवा प्रदाताओं ने संकेत दिया कि दूसरी तिमाही से जारी मजबूत शुरुआत अगस्त में भी जारी रही। सर्वेक्षण में कहा गया है कि मार्च के बाद से व्यावसायिक गतिविधि में सबसे अधिक विस्तार हुआ है क्योंकि आने वाले नए व्यवसाय की वृद्धि दर अधिक रही है। इसमें कहा गया कि बिक्री की वृद्धि घरेलू बाजार में केंद्रित थी और अगस्त में निर्यात के नए कारोबार की वृद्धि धीमी गति से हुई।
सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘छह महीनों के निचले स्तर के बावजूद वृद्धि (निर्यात में) दर्ज हुई। जिन कंपनियों ने सुधार की रिपोर्ट दी, उन्होंने एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अमेरिका से बेहतर मांग की बात कही।’ सेवा क्षेत्र में आउटपुट और नए कारोबार के सिलसिले में वित्त और बीमा क्षेत्रों का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। एचएसबीसी भारत की मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने बताया कि सेवा क्षेत्र की वृदि्ध ‘मुख्य तौर पर नए ऑर्डर और खासतौर से घरेलू ऑर्डर’ में बढ़त के दम पर हुई।