एक साल का कार्यकाल विस्तार पाने की चर्चाओं के बीच माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर वाई वी रेडडी ने सरकार को सूचना दी है कि वह अपने कार्यकाल का विस्तार नहीं चाहते हैं।
गवर्नर का कार्यकाल पांच सितंबर को समाप्त हो रहा है। मामले से जुडे एक जानकार का कहना है कि गर्वनर हाल में करीब तीन बार अपने इस विचार से वित्त मंत्रालय को अवगत करा चुकेहैं और उन्होंने इसके लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है।
रेड्डी ने बिमल जालान के अवकाश प्राप्त कर लेने के बाद जुलाई 2003 में पद भार ग्रहण किया था। रेड्डी के कार्यकाल के दौरान बैंकिंग सेक्टर में प्रतियोगिता को बढ़ानें और वैश्विक स्तर को प्राप्त करने के कई उल्लेखनीय सुधार हुए। हालांकि पिछले छह महीनों के दौरान नीति-निर्माताओं के लिए महंगाई एक बड़ी समस्या बन गई है।
विशेषकर रेड्डी ने महंगाई को नियंत्रण में करने के लिए मौद्रिक नीति को कठोर किया है। मौजूदा समय में महंगाई की दर 13 फीसदी के स्तर को छू रही है। बैंकिंग सेक्टर में ये भी संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं कि अर्थव्यवस्था में चल रही रुकावटों और महंगाई के नियंत्रित स्तर तक आने तक सरकार उनसे आगे भी गर्वनर बने रहने के लिए कह सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक के इंडियन बैंक एशोसिएशन को भेजे गए एक हालिया पत्र में आईबीएक के प्रतिनिधियों को 29 सितंबर को होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा के पहले की बैठक में रेड्डी के साथ मिलने के लिए आमंत्रित किया गया है। हालांकि एक स्त्रोत का कहना है कि रेड्डी का नाम भूलवश ही पत्र में आ गया है। यह एक लिपकीय गलती हो सकती हैं जिसमें गर्वनर की जगह रेड्डी का नाम आ गया है।
यह मीटिंग रेड्डी के कार्यकाल पूरा होने की तारीख से तीन हफ्ते बाद 29 सितंबर को है। पत्र में रेड्डी का नाम नहीं होना चाहिए था क्योंकि अभी तक निश्चित नहीं है कि पांच सितंबर को कौन पद भार ग्रहण करेगा। बैकिंग उद्योग का मानना है कि यदि रेड्डी पदभार ग्रहण करने से मना करते हैं तो नौकरशाहडी सुब्बारॉव या भारतीय रिजर्व बैंक के मौजूदा गर्वनर राकेश मोहन को नियुक्त कर सकती है।
राकेश मोहन वित्त मंत्री से मिले
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आज भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गर्वनर राकेश मोहन ने वित्त मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की। मीटिंग इसलिए भी अहम है कि आरबीआई के हालिया गवर्नर वाई वी रेड्डी का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है।राकेश मोहन भी गर्वनर पद की दौड़ में गिने जा रहे हैं जबकि कुछ रिपोर्ट का कहना है कि रेड्डी को एक साल का कार्यकाल विस्तार मिल सकता है।