प्रधानमंत्री गतिशक्ति के तहत काम कर रहे एक अंतर मंत्रालयी समिति (Inter-ministerial panel) नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) ने भारतीय रेलवे के तहत 4 इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की सिफारिश की है, जिससे देश के विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क में सुधार किया जा सके।
ये परियोजनाएं मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, वस्तुओं और यात्रियों की बाधारहित आवाजाही की सुविधा मुहैया कराने के साथ देश भर में लॉजिस्टिक्स कुशलता में भी वृद्धि करेंगी।
उद्योग विभाग के विशेष सचिव सुमित्रा द्वारा की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में इस सप्ताह की शुरुआत में इन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
उद्योग विभाग ने एक बयान में कहा है, ‘ये परियोजनाएं पीएम गतिशक्ति के सिद्धांतों के मुताबिक विकसित की जाएंगी, जिसमें एकीकृत और समग्र तरीके का इस्तेमाल होगा।’
इनमें से एक परियोजना राजस्थान के सवाई माधोपुर और जयपुर के बीच ब्रॉड गेज डबल लाइन बिछाने की है, जिसकी कुल दूरी 131 किलोमीटर है। यह दिल्ली मुंबई मार्ग के फीडर के रूप में काम करेगी।
अन्य परियोजना उत्तर प्रदेश में आनंद नगर से महराजगंज होते हुए घुघुली को जोड़ने की है। इस रेल लाइन से सीमेंट, उर्वरक, कोयला, खाद्यान्न की ढुलाई की उम्मीद है, जिससे नेपाल से माल की आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी।
इसके अलावा ओडिशा में जूनागढ़ से नवरंगपुर स्टेशन को जोड़ने की है। इससे बेलाडीला लौह अयस्क खदान से विभिन्न स्टील प्लांटों की दूरी कम हो सकेगी।
चौथी परियोजना पश्चिमी रेलवे की ज्यादा उपयोग वाले माल ढुलाई नेटवर्क पर स्वचालित ब्लॉक सिगनलिंग को लेकर है। परियोजना का मकसद महाराष्ट्र और गुजरात में 895 रूट किलोमीटर को कवर करना है।