facebookmetapixel
2026 के लिए पोर्टफोलियो में रखें ये 3 ‘धुरंधर’ शेयर, Choice Broking ने बनाया टॉप पिकWeather Update Today: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त; मौसम विभाग ने जारी की चेतावनीShare Market Update: बढ़त के साथ खुला बाजार, सेंसेक्स 200 अंक ऊपर; निफ्टी 26 हजार के पारStocks To Watch Today: डील, डिमांड और डिफेंस ऑर्डर, आज इन शेयरों पर रहेगी बाजार की नजरघने कोहरे की मार: दिल्ली समेत पूरे उतरी क्षेत्र में 180 से अधिक उड़ानें रद्द, सैकड़ों विमान देरी से संचालितनए साल पर होटलों में अंतिम समय की बुकिंग बढ़ी, पर फूड डिलिवरी करने वाले गिग वर्कर्स के हड़ताल से दबावबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका जाएंगे अंतिम संस्कार मेंकमजोर गर्मी-लंबे मॉनसून के चलते 2025 में सुस्त रहा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बाजार, पर GST कटौती से राहत‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदला देश का सुरक्षा सिद्धांत, अब सीधे वार के लिए भारत तैयारउम्मीदों पर सवार ग्रामीण अर्थव्यवस्था! GST राहत और बढ़ी खपत ने संवारा, आय को लेकर उम्मीदें मजबूत

मार्च 2025 में माइक्रोफाइनैंस वितरण घटा, सालाना आधार पर 38% कम

सकल ऋण पोर्टफोलियो सालाना आधार पर 14% कम हो गया। यह बीती तिमाही की तुलना में मार्च 2025 में 2.6% कम 3.81 लाख करोड़ रुपये था। यह मार्च 2024 में 4.42 लाख करोड़ रुपये था

Last Updated- May 27, 2025 | 8:36 AM IST
microfinance

माइक्रोफाइनैंस का धन वितरण बीती तिमाही की तुलना में मार्च 2025 की तिमाही के अंत में मौसमी कारणों से बढ़ा था लेकिन यह बीते साल की तुलना में कम था। इसका कारण यह था कि ऋण लेने वालों ने इस खंड पर बढ़ते बोझ के कारण सावधानी बरती थी।

सीआरआईएफ की रिपोर्ट के मुताबिक बीती तिमाही की तुलना में मार्च 2025 में वितरण 12.2 प्रतिशत बढ़कर 71,580 करोड़ रुपये हो गया था लेकिन यह बीते साल के 1.15 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 38 प्रतिशत कम था।

सकल ऋण पोर्टफोलियो सालाना आधार पर 14 प्रतिशत कम हो गया। यह बीती तिमाही की तुलना में मार्च 2025 में 2.6 प्रतिशत कम 3.81 लाख करोड़ रुपये था। यह मार्च 2024 में 4.42 लाख करोड़ रुपये था जबकि यह दिसंबर 2024 में 3.91 लाख करोड़ रुपये था। इसके अलावा नए ऋण लेने वालों की संख्या में भी गिरावट आई जबकि सक्रिय ऋण मार्च 2024 के 16.1 करोड़ से घटकर मार्च 2025 में 14 करोड़ हो गए थे। लिहाजा सक्रिय ग्राहकों की संख्या घट गई थी।

इस अवधि में सक्रिय ग्राहकों की संख्या 8.7 करोड़ से घटकर 8.3 करोड़ हो गई थी और यह आंकड़ उद्योग के हालात को बयां करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ‘यह रुझान उभरते दबाव और ऋणदाताओं के नपे तुले बदलाव को दर्शाता है।’

राज्य स्तरीय आंकड़ों से जानकारी मिलती है कि तमिलनाडु और कर्नाटक का पोर्टपोलियो में उल्लेखनीय गिरावट आई है।

First Published - May 27, 2025 | 8:31 AM IST

संबंधित पोस्ट