वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 3 अक्टूबर को आर्थिक विकास संस्थान द्वारा आयोजित चौथे कौटिल्य इकनॉमिक समिट (केईसी) का उद्घाटन करेंगी। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है कि 3 से 5 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले 3 दिवसीय सम्मेलन का विषय ‘अशांत समय में समृद्धि की तलाश’ है। इसमें 30 से अधिक देशों के 75 प्रतिभागी भाग लेंगे।
वित्त मंत्रालय ने कहा, ‘यह विषय भारत के विकास आकांक्षाओं और असाधारण अनिश्चितता, अशांति और बदलते भूराजनीति के दौर में उसकी सफलता के हिसाब से प्रासंगिक है।’ इसके सत्र में वैश्विक वृद्धि के केंद्र के रूप में उभर रहे एशिया, ब्रिक्स देशों की संरचना के विकास, वित्तीय स्थिरता और औद्योगिक नीति में नई दिशाओं पर विशेष ध्यान होगा।
सम्मेलन के कुछ प्रमुख आकर्षणों में उतार चढ़ाव के दौर में केंद्रीय बैंकिंग की चुनौतियों को लेकर बैंक डी फ्रांस के मानद गवर्नर ज्यां क्लाउड ट्रिचेट और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा के बीच बातचीत शामिल है। सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों में इंडोनेशिया की पूर्व वाणिज्य मंत्री मारी एल्का पंगेस्टू, जापान की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य तारो कोनो, ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य करण बिलिमोरिया आदि शामिल हैं। इसके एक सत्र ‘कम्युनिकेशंसः इमर्जिंग टेक्नोलॉजिज’ की अध्यक्षता संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे, जिसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रमुख विशेषज्ञ शामिल होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्र की अध्यक्षता में ग्लोबल मैक्रोइकोनॉमिक प्रूडेंस पर उच्च स्तरीय सत्र का आयोजन होगा। पिछले सम्मेलन का विषय ‘भारतीय युग’ था, जिसमें हरित परिवर्तन, एशिया का उदय और बहुपक्षवाद के भविष्य पर सत्र आयोजित किए गए थे।