भारत और इजरायल ने सोमवार को नई दिल्ली में एक बड़ा समझौता किया। दोनों देशों ने आपसी आर्थिक और वित्तीय रिश्तों को मजबूत करने के लिए बाइलेट्रल इन्वेस्टमेंट ट्रीटी (BIT) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इजरायल के वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच ने साइन किए।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी शेयर करते हुए बताया कि यह समझौता दोनों देशों के निवेशकों के लिए नए अवसर खोलेगा। इजरायल के वित्त मंत्रालय ने कहा कि नई इन्वेस्टमेंट ट्रीटी से भारत और इजरायल के निवेशकों को बराबर का मौका मिलेगा। यह आपसी निवेश को बढ़ावा देने का काम करेगी।
यह समझौता खास इसलिए भी है क्योंकि इजरायल पहला OECD देश है जिसके साथ भारत ने नई इन्वेस्टमेंट ट्रीटी साइन की है। यह समझौता भारत के नए मॉडल पर आधारित है, जिसे निवेश समझौतों के लिए तैयार किया गया है। बता दें कि OECD अमीर और विकसित देशों का एक समूह है, जो आपस में मिलकर अर्थव्यवस्था और व्यापार को बेहतर बनाने का काम करते हैं।
हालांकि, समझौते की पूरी डिटेल सामने नहीं आई है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि इस ट्रीटी के तहत दोनों देशों के निवेशकों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर सुरक्षा मिलेगी। साथ ही नॉन-डिस्क्रिमिनेटरी ट्रीटमेंट और स्वतंत्र आर्बिट्रेशन की सुविधा भी दी जाएगी। इजरायल इससे पहले भी यूएई और जापान जैसे देशों के साथ 15 से ज्यादा इन्वेस्टमेंट ट्रीटी साइन कर चुका है।
इजरायल के वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच इन दिनों भारत के तीन दिन के दौरे पर हैं। उनका यह दौरा सोमवार से शुरू हुआ है। इस विजिट का मकसद दोनों देशों के बीच आर्थिक और वित्तीय संबंधों को मजबूत करना है। साथ ही भविष्य में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) जैसे अहम समझौते की राह भी तैयार करना है।
अभी भारत और इजरायल के बीच सालाना लगभग 4 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है। वहीं निवेश के आंकड़े भी खास हैं। अप्रैल 2000 से अप्रैल 2025 तक भारत ने इजरायल में कुल 443 मिलियन डॉलर का ओवरसीज डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट किया। इसी अवधि में इजरायल ने भारत में 334.2 मिलियन डॉलर का FDI लगाया।