facebookmetapixel
विश्व हृदय दिवस 2025: अब सिर्फ बुजुर्गों को नहीं, युवाओं को भी हार्ट अटैक का खतराIRCTC Ticket Booking: दिवाली पर घर जानें की तैयारी? जानें एक महीने में कितनी बार बुक कर सकते हैं ट्रेन टिकट₹30,000 करोड़ के बंपर ऑर्डर से चमकेगा Defence PSU स्टॉक, मोतीलाल ओसवाल ने कहा- ₹490 तक भरेगा उड़ानएयरपोर्ट फ्रेमवर्क को उड़ान से पहले झटकाOctober Bank Holidays List: त्योहारी मौसम में बैंक बंद! जानें कब-कब रहेगी छुट्टी; देखें RBI की हॉलिडे लिस्टकेबल एंड वायर सेक्टर के इन 2 स्टॉक्स पर रखें नजर, दमदार ग्रोथ आउटलुक पर मोतीलाल ओसवाल बुलिशउत्तर प्रदेश में 34,000 करोड़ रुपये के रक्षा और एयरोस्पेस निवेश दर्जकेंद्र ने संसदीय समितियों का कार्यकाल दो साल करने का दिया संकेतशैलेश चंद्रा होंगे टाटा मोटर्स के नए एमडी-सीईओ, अक्टूबर 2025 से संभालेंगे कमानदिल्ली बीजेपी का नया कार्यालय तैयार, PM Modi आज करेंगे उद्घाटन; जानें 5 मंजिला बिल्डिंग की खास बातें

आईएमएफ ने बढ़ाया वृद्धि अनुमान

Last Updated- December 12, 2022 | 6:12 AM IST

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 1 प्रतिशत बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया है। बहरहाल विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड के बढ़ते मामलों और देश के कुछ राज्योंं में लॉकडाउन को देखते हुए यह बहुत महत्त्वाकांक्षी अनुमान है।
आईएमएफ के प्रमुख प्रकाशन ‘वल्र्ड इकोनॉमिक आउटलुक’  में आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक भारत को फिर से सबसे तेजी से बढऩे वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बताया गया है। दरअसल बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है, जिसकी वृद्धि का अनुमान वित्त वर्ष 22 में दो अंकों में रखा गया है। इसके निकट चीन है, जहां 2021 में 8.4 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है।
आईएमएफ ने यह भी अनुमान लगाया है कि अगले वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रहेगी, जो पहले के अनुमान की तुलना में 0.1 प्रतिशत ज्यादा है। आईएमएफ ने भारत को सबसे तेज प्रसार वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में रखा है, जिसका नजदीकी प्रतिस्पर्धी चीन है। चीन की वृद्धि 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर को लेकर आईएमएफ का अनुमान हाल के विश्व बैंक के अनुमान की ऊपरी सीमा के बराबर है।  कोविड-19 के  कारण संभावित अनिश्चितता पर विचार करते हुए बैंक ने वित्त वर्ष 22 के लिए भारत की वृद्धि दर को 7.5 से 12.5 प्रतिशत की सीमा में रखा है। बहरहाल इसमें यह भी कहा गया है कि वर्ष के दौरान भारत की वृद्धि 10.1 प्रतिशत रह सकती है।
केयर रेटिंग के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में 12.5 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि की संभावना बहुत कम है, क्योंकि कोविड के मामले बढऩे की वजह से क्षेत्रीय स्तर पर लॉकडाउन लग रहे हैं। भारत की वृद्धि की आशावादी तस्वीर के बावजूद भारत की जीडीपी कोविड के पहले के स्तर पर पहुंचने की संभावना नहीं है। इसके संकेत आईएमएफ के इकोनॉमिक काउंसलर और शोध प्रमुख गीता गोपीनाथ ने दिए थे।
आईएमएफ ने वैश्विक रिकवरी भी मजबूत रहने का अनुमान लगाया है। जनवरी में आईएमएफ ने जीडीपी में 5.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था, जिसे अब बढ़ाकर 2021 के लिए 6 प्रतिशत कर दिया है। साथ ही 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।  
गोपीनाथ ने कहा कि कोविड-19 महामारी को एक साल हो चुके हैं और वैश्विक समुदाय अभी भी बहुत ज्यादा सामाजकि व आर्थिक दबाव झेल रहा है।

First Published - April 6, 2021 | 11:39 PM IST

संबंधित पोस्ट